Daily Voice : अधिकांश मार्केट एक्सपर्ट्स बड़ी उत्सुकता से अमेरिकी चुनावों का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन ट्रस्ट म्यूचुअल फंड के मिहिर वोरा का मानना है कि अमेरिकी चुनाव भारतीय शेयरों के लिए उतने महत्वपूर्ण नहीं हैं। उनके मुताबिक वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के आंकड़ों के मोर्चे पर, बैंकों, मेटल, तेल और गैस, FMCG और कुछ लार्ज-कैप IT शेयरों की आय में गिरावट की संभावना है। फंड मैनेजमेंट का 29 साल से ज़्यादा क अनुभव रखने वाले अनुभवी फाइनेंस प्रोफेशनल मिहिर का मानना है कि कई हाई-ग्रोथ सेगमेंट में निवेश के मौके मुख्य रूप से स्मॉल-कैप या मिड-कैप में हैं।
मनीकंट्रोल को दिए इंटरव्यू में मिहिर वोरा ने कहा कि स्मॉल-कैप में अभी भी स्टॉक चुनने की काफी गुंजाइश है। उनका मानना है कि निवेश करने के लिए किसी बड़ी गिरावट का इंतजार करना कोई बहुत अच्छी रणनीति नहीं है। उन्होंने बताया, केवल 2 लार्ज-कैप केमिकल स्टॉक के मुकाबले स्मॉल-कैप केमिकल सेक्टर में 60 स्टॉक्स हैं। इसी तरह 2 रियल एस्टेट लार्ज-कैप शेयरों के मुकाबले 30 स्मॉल-कैप शेयर है। इसलिए स्मॉल-कैप में बहुत अधिक विकल्प हैं।
उन्होंने कह कि ये आम धारणा सी बन गई है कि ‘स्मॉल कैप महंगे होते हैं’। निफ्टी स्मॉल कैप 250 का पी/ई अनुपात लार्ज-कैप (निफ्टी 100) इंडेक्स के समान ही है, जो लगभग 19-20 गुना (दो साल की अग्रिम आय, कुल मिलाकर घाटे में चल रही कंपनियों को छोड़कर) है। लेकिन स्मॉल-कैप के लिए अनुमानित दो साल की प्रॉफिट ग्रोथ 18 फीसदी से ज्यादा है, जबकि लार्ज-कैप के लिए यह 8-10 फीसदी है। इसलिए स्मॉल-कैप के ग्रोथ एडजस्टेड वैल्यूएशन लिए उतने महंगे नहीं हैं
इसके अलावा, 800 स्मॉल-कैप स्टॉक के बड़े बास्केट के साथ, पूरे सेगमेंट के लिए एक समान सोच रखना सही नहीं है। हां, कई स्टॉक महंगे हो गए हैं, लेकिन सभी 800 नहीं। यहां स्टॉक चुनने के लिए अभी भी पर्याप्त गुंजाइश है। अगर हम मार्केट कैप में 2,000 करोड़ रुपये से नीचे जाते हैं तो हमारे पास और भी विकल्प हैं।
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद किन सेक्टरों में अर्निंग अपग्रेड या डाउन ग्रेड की संभावना है?
इसके जवाब में मिहिर ने कहा कि उन्हें बैंक, मेटल, तेल और गैस, FMCG और कुछ बड़े-कैप IT शेयरों की अर्निंग डाउनग्रेड की संभावना दिख रही है।
वर्तमान में कौन से सेक्टर खरीदारी करने के लिए अच्छे लेवल पर दिख रहे हैं?
जवाब में मिहिर ने कहा कि बैंक, NBFC, केमिकल, डिफेंस, ऑटो और ऑटो एंसिलरी और असेट मैनेजमेंट कुछ ऐसे सेक्टर हैं जहां ग्रोथ की संभावना का साथ भाव भी अच्छ् स्तरों पर हैं। वहीं, दूसरी ओर कमोडिटी, एनर्जी जैसे दूसरे सेक्टर हैं जहां स्टॉक सस्ते तो हैं लेकिन इनकी ग्रोथ अनिश्चित है।
क्या आपने FMCG स्टॉक खरीदना शुरू कर दिया है, जिनमें पिछले कुछ हफ़्तों में तेज़ी से गिरावट आई है?
इसके जवाब में मिहिर ने कहा नहीं, लेकिन FMCG स्पेस में उनके पास कुछ मिड और स्मॉल कैप स्टॉक हैं, लेकिन उन्होंने हाल ही में कोई नया FMCG स्टॉक नहीं खरीदा है।
क्या भारत मीडियम टर्म में गिरावट पर खरीदारी करने वाला बाजार बना रहेगा? क्या नए रिकॉर्ड हाई की ओर अगली रैली केवल दूसरी तिमाही के नतीजों और अमेरिकी चुनावों के बाद ही संभव है?
इसके जवाब में मिहिर ने कहा कि बाजार काफी तर्कसंगत लग रहा है और खबरों और घटनाओं को कम महत्व दे रहा है। केमिकल, बैंक, वित्त कंपनियां, आईटी जैसे कई सेक्टरों में पिछले 24 महीनों में काफी गिरावट आई है। अब इनमें तेजी आ सकती है। कैपिटल गुड्स, ऑटो, रियल एस्टेट आदि जैसे दूसरे सेक्टरों के नेताओं के लिए भी रास्ता साफ दिख रहा।
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