Cochin Shipyard OFS: भारत सरकार ने कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में ऑफर फॉर सेल (OFS) के माध्यम से 5% हिस्सेदारी बेचने की योजना बनाई है। सरकार ने आज 15 अक्टूबर को इसकी घोषणा की। इसके लिए फ्लोर प्राइस ₹1540 प्रति शेयर तय की गई है। इस OFS में 2.5 फीसदी का बेस ऑफर शामिल है। इसके साथ ही इसमें 2.5% का अतिरिक्त ग्रीन शू ऑप्शन उपलब्ध है। कोचीन शिपयार्ड के शेयरों में आज 3.03 फीसदी की तेजी देखी गई। यह स्टॉक BSE पर 1672 रुपये के भाव पर बंद हुआ है।
कोचीन शिपयार्ड का OFS नॉन-रिटेल इनवेस्टर्स के लिए 16 अक्टूबर को और रिटेल इनवेस्टर्स के लिए 17 अक्टूबर को खुलेगा। 30 सितंबर तक सरकार के पास कोचीन शिपयार्ड में 72.86 फीसदी हिस्सेदारी थी।
Cochin Shipyard के तिमाही नतीजे
कोचीन शिपयार्ड का नेट प्रॉफिट FY25 की जून तिमाही में सालाना आधार पर 76.5% बढ़कर ₹174.2 करोड़ हो गया। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी ने ₹98.7 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया था। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 61.1% बढ़कर ₹771.5 करोड़ हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह ₹475.9 करोड़ था।
ऑपरेटिंग लेवल पर कंपनी का EBITDA पिछले साल की तुलना में दोगुना से भी ज्यादा यानी 125% बढ़कर ₹177.3 करोड़ हो गया। तिमाही में EBITDA मार्जिन 23% रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 16.5% था। कोचीन शिपयार्ड की ग्रोथ का नेतृत्व शिप बिल्डिंग सेगमेंट ने किया, जहां रेवेन्यू पिछले साल की तुलना में 62 फीसदी बढ़कर ₹527 करोड़ हो गया। शिप बिल्डिंग सेगमेंट कंपनी की कुल आय में 68% का योगदान देता है।
कंपनी का शिप रिपेयर बिजनेस, जो कुल सेल्स में शेष 32 फीसदी का योगदान देता है, का रेवेन्यू पिछले साल की तुलना में 63 फीसदी बढ़कर ₹245 करोड़ हो गया, जबकि मार्जिन पिछले साल के 24% से बढ़कर 43% हो गया।
Cochin Shipyard के शेयरों का प्रदर्शन
मंगलवार को बाजार बंद होने तक कोचीन शिपयार्ड के शेयर अपने ऑल टाइम हाई ₹2977 से 44% नीचे हैं। इस गिरावट के बावजूद स्टॉक अभी भी अपने आईपीओ प्राइस ₹432 से 4 गुना ऊपर है। पिछले 6 महीने में कंपनी के शेयरों ने 58 फीसदी का तगड़ा रिटर्न दिया है। इस साल अब तक कंपनी के शेयर 145 फीसदी भाग चुके हैं। वहीं, पिछले एक साल में इसने 215 फीसदी का शानदार मुनाफा कराया है।