Hyundai Motor IPO: अगर आप अब तक के सबसे बड़े आईपीओ में निवेश करने की सोच रहे हैं तो आपके लिए यह काम की खबर हो सकती है। जी हां..15 अक्टूबर से देश का सबसे बड़ा आईपीओ निवेश के लिए ओपन हो रहा है। यह आईपीओ हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड का है। यह इश्यू 27,870 करोड़ रुपये (लगभग 3.3 अरब डॉलर) का है। हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के आईपीओ में निवेशक 15 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक दांव लगा सकते हैं। आईपीओ के लिए प्राइस बेंड 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है।
बता दें कि इसे अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ कहा जा रहा है। इससे पहले पब्लिक सेक्टर की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के आईपीओ का साइज 21,000 करोड़ रुपये था। इसके अलावा पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस नवंबर, 2021 में 18,300 करोड़ रुपये का आईपीओ लेकर आई थी। इसके अलावा कोल इंडिया लिमिटेड ने अक्टूबर, 2010 में 15,199 करोड़ रुपये का आईपीओ पेश किया था। रिलायंस पावर ने जनवरी, 2008 में 11,563 करोड़ रुपये का आईपीओ पेश किया और जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया अक्टूबर, 2017 में 11,176 करोड़ रुपये का आईपीओ लेकर आई थी। ऐसे में अगर आप इस आईपीओ में दांव लगाने की सोच रहे हैं तो इससे जुड़ी 10 बातें जरूर पढ़ लें…
1. हुंडई मोटर इंडिया IPO मंगलवार, 15 अक्टूबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और अक्टूबर 17, 2024 को बंद हो जाएगा। हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ एंकर निवेशकों के लिए सोमवार, 14 अक्टूबर को खुला था। हुंडई मोटर इंडिया शेयरों के अलॉटमेंट को शुक्रवार, 18 अक्टूबर को फाइनल रूप दिया जाएगा और कंपनी सोमवार, 21 अक्टूबर को रिफंड शुरू करेगी। हुंडई मोटर इंडिया के शेयर बीएसई, एनएसई पर मंगलवार, 22 अक्टूबर, 2024 तक लिस्ट हो सकते हैं।
2. हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड का आईपीओ प्राइस बैंड 1,865 रुपये से 1,960 रुपये प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है। अधिकतम मूल्य फ्लोर प्राइस का कम से कम 105 प्रतिशत और फ्लोर प्राइस के 120 प्रतिशत से कम या उसके बराबर होगा। फ्लोर प्राइस इक्विटी शेयरों के फेस वैल्यू का 186.50 गुना है और कैप प्राइस इक्विटी शेयरों के फेस वैल्यू का 196.00 गुना है।
3. एप्लीकेशन के लिए न्यूनतम लॉट साइज सात शेयरों का है। इसका मतलब है कि एक निवेशक कम से कम सात शेयरों के लिए दांव लगा सकते हैं। यानी कि रिटेल निवेशकों को एक लॉट के लिए कम से कम 13,720 रुपये लगाना होगा।
4. हुंडई मोटर इंडिया ने लगभग 3.3 बिलियन डॉलर या 27,870.16 करोड़ रुपये से अधिक जुटाने की योजना बनाई है। हुंडई आईपीओ में नए शेयर जारी नहीं करेगी, जिसमें साउथ कोरियाई पैरेंट कंपनी 142,194,700 शेयर (14.22 करोड़ शेयर) या पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई में अपनी हिस्सेदारी का 17.5 प्रतिशत रिटेल और अन्य निवेशकों को बिक्री के लिए प्रस्ताव (ओएफएस) मार्ग के माध्यम से बेचेगी। IPO में कोई नया इश्यू कंपोनेंट शामिल नहीं है। आईपीओ के बाद, दक्षिण कोरियाई वाहन निर्माता अभी भी 82.5 प्रतिशत हिस्सेदारी रखेगा।
5. आईपीओ साइज (प्रस्ताव कम कर्मचारियों के आरक्षण) का आधा हिस्सा योग्य संस्थागत खरीदारों के लिए रिजर्व किया गया है, जिसमें से 60 प्रतिशत तक एंकर निवेशकों को आवंटित किया जा सकता है। इसके अलावा 15 प्रतिशत शेयर गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए रिजर्व हैं और बाकी 35 प्रतिशत शेयर रिटेल निवेशकों के लिए हैं। कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए 7,78,400 इक्विटी शेयर रिजर्व रखे हैं।
6. प्रमोटर-सेलिंग शेयरधारक को ऑफर-संबंधित लागतों और लागू टैक्स में कटौती के बाद सभी ऑफर इनकम होगा। इसका भुगतान करने के लिए प्रमोटर-सेलिंग शेयरधारक जिम्मेदार होगा। कंपनी को इस आईपीओ से कोई राशि नहीं मिलेगी।
7. मेनबोर्ड IPO के बुक-रनिंग लीड मैनेजर (BLRMs) कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, HSBC सिक्योरिटीज़ एंड कैपिटल मार्केट्स प्राइवेट लिमिटेड, जेपी मॉर्गन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी प्राइवेट लिमिटेड हैं, जबकि Kfin Technologies Limited प्रमुख समस्या रजिस्ट्रार है।
8. हुंडई मोटर्स पार्ट्स और सामग्रियों के लिए सीमित संख्या में सप्लायर्स पर निर्भर करता है। इसके ऑपरेशन के लिए आवश्यक पार्ट्स और सामग्रियों की कीमतों में वृद्धि इसके व्यवसाय और संचालन के परिणामों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। पार्ट्स और सामग्रियों की उपलब्धता में कोई भी रुकावट इसके संचालन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। वाहन कंपनी अपने परिचालन के लिए हुंटई मोटर कंपनी पर निर्भर है
9. आरएचपी के अनुसार, कंपनी के लिस्टेड सहकर्मी मारुति सुजुकी इंडिया (अक्टूबर 4, 2024 तक 17.93 के P/E के साथ), टाटा मोटर्स लिमिटेड (11.36 के P/E के साथ), और महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) (29.96 के P/E के साथ) हैं। बता दें कि कंपनी ने 1996 में भारत में परिचालन शुरू किया था और यह विभिन्न खंडों में 13 मॉडल बेच रही है। यह आईपीओ भारतीय उद्योग के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि दो दशक के बाद कोई वाहन विनिर्माता कंपनी अपना आईपीओ ला रही है। इससे पहले जापान की वाहन विनिर्माता कंपनी मारुति सुजुकी 2003 में आईपीओ लाई थी।
10. हुंडई मोटर इंडिया IPO GMP आज 60 रुपये प्रीमियम पर उपलब्ध है। investorgain.com के मुताबिक, इससे हुंडई मोटर इंडिया के शेयर की कीमत ग्रे मार्केट में 60 रुपये के प्रीमियम पर कारोबार कर रही है। आईपीओ अपर प्राइस बैंड और ग्रे मार्केट में मौजूदा प्रीमियम को देखते हुए, हुंडई मोटर इंडिया शेयर की अनुमानित लिस्टिंग कीमत 2,020 रुपये प्रति शेयर हो सकती है। यानी आईपीओ प्राइस 1,960 रुपये की तुलना में 3.06 प्रतिशत का मुनाफा हो सकता है।