टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज (टीसीएस) का शेयर शुक्रवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर कारोबार के दौरान (इन्ट्राडे) 2.73 प्रतिशत फिसल कर 4112.65 रुपये के स्तर पर आ गया। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में टीसीएस के वित्तीय नतीजे उम्मीद से कम रहने के कारण इसके शेयर में कमजोरी दिखी।
विश्लेषकों का मानना है कि टीसीएस की आय उसके अनुमानों के अनुरूप और संतोषजनक रही। कंपनी प्रबंधन को उम्मीद है कि भविष्य में वित्तीय प्रदर्शन बेहतर होगा। प्रबंधन ने आईटी सेवाओं की मांग मजबूत रहने और व्यापक आर्थिक हालात में सुधार की उम्मीदों को देखते हुए यह अनुमान जताया है। विश्लेषकों के अनुसार टीसीएस और आईटी क्षेत्र दोनों में वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही से तेजी दिखेगी। स्वास्थ्य और दूरसंचार कारोबार खंडों (वर्टिकल) को छोड़कर टीसीएस को अन्य खंडों में दूसरी तिमाही में प्राप्त होने वाली कमाई में तिमाही आधार पर तेजी दिखी।
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषकों ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा वर्टिकल 3.4 प्रतिशत कमजोर रहा जबकि दूरसंचार वर्टिकल का प्रदर्शन भी लचर रहा।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के विश्लेषकों ने कहा, ‘बीएसएनएल में क्षमता और ढांचागत सुधार से टीसीएस की वृद्धि को दम मिला। उत्तर अमेरिका में कारोबार कमजोर रहना चौंकाने वाला था मगर इसका मुख्य कारण स्वास्थ्य क्षेत्र में कुछ ग्राहकों से जुड़े मुद्दे और संचार वर्टिकल में लगातार चल रही कमजोरी थी।’
टीसीएस ने हाल में ही सरकार नियंत्रित बीएसएनएल के साथ सेवाएं देने के लिए समझौता किया है। टीसीएस के लिए बैंकिंग, वित्तीय सेवा एवं बीमा (बीएफएसआई) क्षेत्र से मिलने वाला कारोबार तिमाही आधार पर 1.9 प्रतिशत दर से बढ़ा और खासतौर पर उत्तर अमेरिका में भी इस क्षेत्र का प्रदर्शन अच्छा रहा। ऊर्जा एवं यूटिलिटी (बुनियादी रोजमर्रा की वस्तुओं एवं सेवा से जुड़े क्षेत्र) खंडों में भी तिमाही आधार पर 4 प्रतिशत की तेजी आई।
अहम संकेत
कंपनी प्रबंधन को जेनरेटिव एआई (एआई) से बहुत उम्मीद है। हालांकि, इस कारोबार का प्रदर्शन दूसरी तिमाही में कमजोर ही रहा मगर इस अवधि में निवेश और ग्राहक के साथ जुड़ाव भी बढ़ा है। दूसरी तिमाही में 86 जेनएआई परियोजनाएं शुरू हुईं जिनकी संख्या पहली तिमाही में 8 थीं।
कंपनी को उम्मीद है कि आगामी तिमाहियों में ग्राहक स्वैच्छिक खर्च बढ़ाएंगे। बीएफएसआई लगातार सुधार की उम्मीद है और खुदरा खंड एक बार फिर रफ्तार पकड़ने लगा है। विनिर्माण क्षेत्र में भी अस्थायी आपूर्ति व्यवस्था से जुड़ी दिक्कतें दूर की जा रही हैं। यात्रा खंड में भी निवेश आ रहा है।
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में कंपनी को कुल 8.6 अरब डॉलर के सौदे हाथ लगे मगर ये प्रबंधन के अनुमान 7-9 अरब डॉलर के सहज दायरे में रहे।
नुवामा के विश्लेषकों विभोर सिंघल, निखिल चौधरी और युक्ति खेमानी ने कहा, ‘कंपनी प्रबंधन मांग में सुधार को लेकर आशान्वित है। बीएफएसआई में सुधार और खुदरा क्षेत्र में गिरावट थमती देख प्रबंधन ने यह उम्मीद जताई है। वृद्धि दर एवं मार्जिन में थोड़ी कमी देखते हुए हम वित्त वर्ष 2025 और 2026 की अनुमानित प्रति शेयर आय में क्रमशः 4.9 प्रतिशत और 3.9 प्रतिशत की कमी कर रहे हैं।’
मिला-जुला अनुमान
नोमूरा के विश्लेषकों ने आईटी क्षेत्र के परिदृश्य में कुछ सकारात्मक भी देखा है। उनके अनुसार ब्याज दरों में कमी का सिलसिला शुरू होने और अमेरिका में चुनाव के बाद आईटी क्षेत्र के लिए माहौल सकारात्मक रहना चाहिए जिससे मांग को मजबूती मिलेगी। नोमूरा के अनुसार वित्त वर्ष 2025-26 में राजस्व वृद्धि दर 6.3-7.5 प्रतिशत (वित्त वर्ष 2024 में दर्ज 4.1 प्रतिशत की तुलना में) के बीच रह सकती है।
मगर ब्रोकरेज कंपनी एमके ने वित्त वर्ष 2025-27 के लिए टीसीएस की आय का अनुमान 1.2-2.4 प्रतिशत घटा दिया है। हालांकि ज्यादातर ब्रोकरेज कंपनियां दीर्घ अवधि में टीसीएस को लेकर उत्साहित हैं। जेफरीज ने 12 महीने के लक्ष्य को लेकर 4,374 रुपये के साथ शेयर पर ‘खरीद’ रेटिंग बरकरार रखी है। जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों ने टीसीएस शेयरों पर ‘ओवरवेट’ रुख बरकरार रखा है और 5,100 रुपये का लक्ष्य रखा है।
शुक्रवार को कारोबार समाप्त होने पर टीसीएस का शेयर 1.84 प्रतिशत फिसल कर 4,150.60 रुपये पर बंद हुआ।