गोल्ड में अक्टूबर 2022 से तेजी का ट्रेंड है। बीच-बीच में कुछ समय के लिए गिरावट आई है। बीते एक साल में गोल्ड ने 33 फीसदी रिटर्न (रुपये) दिया है। यह स्टॉक मार्केट के प्रमुख सूचकांक निफ्टी से काफी ज्यादा है। स्टॉक मार्केट का रिटर्न करीब 27 फीसदी रहा है। सवाल है कि क्या सोने में तेजी का फायदा उठाने के लिए फिजिकल गोल्ड में निवेश करना जरूरी है? एक्सपर्ट्स का कहना है कि मिडिलईस्ट में जिस तरह से टेंशन बना हुआ है, उसे देखते हुए निवेशक धीरे-धीरे गोल्ड म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं।
कोटक महिंद्रा एएमसी के वाइस-प्रेसिडेंट सतीश डोंडापति ने कहा कि सोना स्टॉक मार्केट्स में उतारचढ़ाव और अनिश्चितता की स्थिति में हेज का काम करता है। गोल्ड की कीमतों में हाल में आई तेजी की बड़ी वजह अमेरिका में इंटरेस्ट रेट में कमी का अनुमान था। उधर, कई देशों खासकर रूस और चीन के केंद्रीय बैंक भी गोल्ड खरीद रहे हैं। शेयरों की तरह गोल्ड को भी लंबे समय तक रखने पर अच्छा रिटर्न मिलता है।
पिछले 40 सालों के गोल्ड की कीमतों को देखा जाए तो यह साफ हो जाता है कि अगर छोटी अवधि की जगह लंबी अवधि के लिए गोल्ड में निवेश किया जाए रिटर्न में उतारचढ़ाव कम दिखता है। हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेशकों को हमेशा यह ध्यान में रखना चाहिए कि गोल्ड में निवेश का मकसद वेल्थ में इजाफा नहीं होना चाहिए। यही वजह है कि एक्सपर्ट्स निवेशकों को कुछ पैसा गोल्ड में निवेश करने की सलाह देते हैं। गोल्ड की कीमत ज्यादा हो या कम, निवेशकों को 5-10 फीसदी पैसा गोल्ड में लगाना चाहिए।
गोल्ड फंड मुख्य रूप से गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETFs) में निवेश करते हैं। गोल्ड ईटीएफ फिजिकल गोल्ड में निवेश करते हैं। गोल्ड फंड की नेट एसेट वैल्यू (NAV) मार्केट में चल रही गोल्ड की कीमत से लिंक्ड होती है। अभी मार्केट में 13 गोल्ड फंड मौजूद हैं, जिनका कुल एसेट अंडर मैनेजमेटं (AUM) 11,451 करोड़ रुपये से ज्यादा है। दो और फंड हैं, जो गोल्ड और सिल्वर दोनों में इनवेस्ट करते हैं। चूंकि ये पैसिव फंड हैं, जिससे इनका इनका रिटर्न गोल्ड ईटीएफ के जितना होता है।
गोल्ड फंड में SIP से भी निवेश की सुविधा है। अगर आप चाहें तो सिर्फ 500 रुपये हर महीने गोल्ड फंड में निवेश कर सकते हैं। गोल्ड फंड में सिप से निवेश करने वाले निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिला है। उदाहरण के लिए गोल्ड फंड कैटेगरी में हर महीने 10,000 रुपये का निवेश 10 साल तक करने पर 22.5 लाख रुपये का मिला है। इस तरह 12 लाख रुपये के निवेश पर 10 लाख रुपये का रिटर्न मिला है।
सवाल है कि क्या यह गोल्ड में निवेश करने का सही वक्त है? रूपी विद रुशभ इनवेस्टमेंट सर्विसेज के फाउंडर रुशभ देसाई का कहना है कि गोल्ड में बहुत ज्यादा उतारचढ़ाव नहीं होता है लेकिन इसकी कीमतें एक साइकिल में चलती हैं। इसका मतलब है कि कई बार ऐसा पीरियड होता है जब गोल्ड कोई रिटर्न नहीं देता है। अभी गोल्ड की कीमतें जिस लेवल पर हैं, उसे देखते हुए निवेशकों को अभी फिजिकल गोल्ड और गोल्ड ईटीएफ में निवेश नहीं करना चाहिए। निवेशक गोल्ड फंड में सिप से निवेश कर सकते हैं।