गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) की रिपोर्ट के बाद कमिंस में 4 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है। गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट में क्या है ये बताते हुए सीएनबीसी-आवाज की कंचन नौटियाल ने कहा कि इस ब्रोकरेज फर्म ने कमिंस की रेटिंग घटाकर sell कर दी है और 2900 रुपए का टारगेट दिया है। ब्रोकरेज का कहना है कि CPCB-IV ट्रांजिशन के बाद डीजल जेनसेट 15-25 फीसदी महंगे हो जाएंगे। दूसरे प्रतिस्पर्धी हाई केवीए जेनसेट्स में अधिक एसकेयू (SKUs) पेश कर रहे हैं। कंपनी के निकट अवधि के मार्जिन पर दबाव आ रहा है ऐर मध्य अवधि की ग्रोथ धीमी पड़ रही है
मुनाफे में कमी की कीमत पर ही कंपनी का मार्केट शेयर बढ़ सकता है। कमजोर माहौल और सख्त इमिशन नियमों से एक्सपोर्ट पर बुरा असर देखने को मिल सकता है। दूसरे विकल्पों के सामने डीजल जेनसेट की मांग पर असर पड़ सकता है। मीडियम लॉन्ग टर्म में डीजल जेनसेट की मांग घट रही है। माहौल सुधरने में 2-3 तिमाही लग सकती है। बैटरी की लागत में गिरावट जारी रहने के कारण BESS ( Battery Energy Storage Systems) और दूसरे विकल्पों की मांग बढ़ने से मध्यम से लंबी अवधि में डीजल जेनसेट की कुल मांग में कमी आने की उम्मीद है। कमजोर मैक्रो वातावरण और कड़े उत्सर्जन मानदंडों के कारण निर्यात बढ़त दर पिछले साइकिल की तुलना में कम रहेगी।