दो सरकारी कंपनियों, कोल इंडिया लिमिटेड और पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (PFC) के शेयरों में गिरावट आ सकती है। यह अनुमान CLSA चार्टिस्ट लॉरेंस बलांको ने जताया है। बलांको का कहना है कि इन कंपनियों के चार्ट दबाव के संकेत दिखा रहे हैं। बीएसई पीएसयू इंडेक्स अपने 200-डे मूविंग एवरेज से नीचे आ गया है, जिसका अर्थ है आगे अंडरपरफॉर्म करना।
बलांको ने कहा कि कोल इंडिया अपने जून-टू-डेट टॉपिंग पैटर्न से टूटने की कगार पर है। यह पैटर्न 2023-24 के अपट्रेंड चैनल के टूटने के बाद डेवलप हुआ था। 480 रुपये से नीचे बंद होने पर इस टॉपिंग पैटर्न का बियरिश इंप्लीकेशन ट्रिगर हो सकता है शेयर गिरकर 410 रुपये के लेवल तक आ सकता है। यह मौजूदा बंद भाव से करीब 17 प्रतिशत कम है। 508 पर स्टॉप लॉस लगाने की सलाह है। कोल इंडिया का शेयर पिछले एक साल में 63 प्रतिशत चढ़ा है।
11 अक्टूबर को यह बीएसई पर करीब 1 प्रतिशत की बढ़त के साथ 493 रुपये पर सेटल हुआ। कोल इंडिया का शेयर साल 2024 में अब तक 29 प्रतिशत मजबूत हुआ है। कंपनी का मार्केट कैप 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है।
373 रुपये के लेवल पर आ सकता है PFC
इसके अलावा PFC के शेयर को लेकर बलांको का कहना है कि शेयर ने ₹468-₹470 के सपोर्ट लेवल को तोड़ने के बाद बने डबल टॉप पैटर्न के बियरिश इंप्लीकेशन को ट्रिगर किया है। अनुमान है कि PFC का शेयर 373 रुपये के स्तर तक गिर जाएगा। यह मौजूदा बंद भाव से 20 प्रतिशत कम है। स्टॉप लॉस 504 रुपये पर लगाने की सलाह है। 11 अक्टूबर को बीएसई पर शेयर करीब 1 प्रतिशत की गिरावट के साथ 468.45 रुपये पर सेटल हुआ।
पिछले एक साल में शेयर की कीमत 87 प्रतिशत बढ़ी है। बीएसई के डेटा के मुताबिक, PFC का मार्केट कैप 1.54 लाख करोड़ रुपये है। पिछले 3 महीनों में शेयर करीब 18 प्रतिशत नीचे आया है।
Disclaimer: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदायी नहीं है। यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले हमेशा सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।