Airtel-Tata Play Deal: भारती एयरटेल कथित तौर पर भारत के सबसे बड़े डायरेक्ट-टू-होम (DTH) बिजनेस टाटा प्ले का अधिग्रहण करने के लिए टाटा ग्रुप के साथ बातचीत कर रही है। एयरटेल के इस कदम का उद्देश्य डिजिटल टीवी सेगमेंट में कंपनी की स्थिति को मजबूत करना है, जो लगातार नुकसान का सामना कर रहा है। इससे पहले भी टाटा ग्रुप और भारती एयरटेल के बीच डील हो चुकी है। यह डील साल 2017 में हुई थी, जिसमें एयरटेल ने टाटा के कंज्यूमर मोबिलिटी बिजनेस को खरीदा था।
टीओआई ने इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि भारती एयरटेल घाटे में चल रहे भारत के सबसे बड़े डायरेक्ट-टू-होम (DTH) बिजनेस टाटा प्ले को खरीदने के लिए टाटा समूह के साथ बातचीत के अग्रिम चरण में है।
घाटे वाली कंपनी पर क्यों दांव लगा रही एयरटेल
टियर 1 और टियर 2 शहरों के उपभोक्ता डीटीएच के बजाएं होम ब्रॉडबैंड पर ओटीटी पैक्स पर अपग्रेड हो रहे हैं और केबल कनेक्शन काटकर सस्ते ऑनलाइन विकल्पों की ओर जा रहे हैं। दूसरी ओर गांवों और छोटे कस्बों के उपभोक्ता तेजी से दूरदर्शन के फ्री डिश को पसंद कर रहे हैं। इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि पिछले कई हफ्तों से चल रही बातचीत ने गति पकड़ ली है और जल्द ही औपचारिक घोषणा की उम्मीद है। हालांकि, टाटा संस ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
इस मामले से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि “ग्रुप ने टाटा प्ले के डेवलपमेंट पर दांव लगाया था और बाजार की मोमेंटम में बदलाव आने तक इसमें रणनीतिक मूल्य देखा था।” ग्रुप ने स्पष्ट किया है कि किसी भी बाजार में, उसे मजबूत और बड़े पैमाने पर स्थिति में होना चाहिए। टाटा प्ले एयरटेल की रणनीतिक योजनाओं और उपभोक्ताओं को दिए जाने वाले इसके पोर्टफोलियो में अच्छी तरह से फिट बैठता है।”
टाटा संस के पास अभी टाटा प्ले का 70% हिस्सा
टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के पास अभी टाटा प्ले का 70% हिस्सा है। अप्रैल में टाटा संस ने सिंगापुर की निवेश फर्म टेमासेक होल्डिंग पीटीई की 10% हिस्सेदारी 835 करोड़ रुपये में खरीदी थी। इससे कंपनी का मूल्यांकन 1 अरब डॉलर हो गया। कंपनी का 30 प्रतिशत हिस्सा वॉल्ट डिज्नी के पास है।
एयरटेल को क्या होगा फायदा
टाटा प्ले का अधिग्रहण करने से एयरटेल को कई फायदे होंगे। यह एक बड़ा कस्टमर बेस बनेगा और इससे प्रीमियम ग्राहकों तक पहुंच आसान होगी। साथ ही जियो के आकर्षक ऑफर के साथ प्रतिस्पर्धा करने की इसकी क्षमता को मजबूत करेगा। इसके अलावा यह एयरटेल को अपने ग्राहकों को ब्रॉडबैंड और DTH जैसी बंडल सेवाएं प्रदान करने में सक्षम करेगा। भारती एयरटेल द्वारा टाटा प्ले के संभावित अधिग्रहण से भारतीय DTH मार्केट पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ सकता है। इससे कंपनियों के बीच एकीकरण बढ़ सकता है, साथ ही डिजिटल टीवी और ब्रॉडबैंड क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ सकती है।