Cement Deals: हीडलबर्ग मैटेरियल्स एजी (Heidelberg Materials AG) अपनी भारतीय सीमेंट बिजनेस को बेचने पर विचार कर रही है। इसे खरीदने के लिए अदाणी ग्रुप (Adani Group) की अंबुजा सीमेंट्स, आदित्य बिड़ला (Aditya Birla) की अल्ट्राटेक सीमेंट, JSW ग्रुप की सीमेंट यूनिट और डालमिया भारत सहित कई टॉप कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है। ये सभी कंपनियां हीडलबर्ग सीमेंट इंडिया लिमिटेड को खरीदने के लिए अलग-अलग बातचीत कर रही हैं। हीडलबर्ग मैटेरियल्स एजी, जर्मनी की दिग्गज कंस्ट्रक्शन कंपनी है। इसके पास हीडलबर्ग सीमेंट इंडिया (Heidelberg Cement India) में 69.39 प्रतिशत हिस्सेदारी है। यह कंपनी बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध है और मौजूदा बाजार भाव पर इसका मार्केट कैप करीब 3,437 करोड़ रुपये है।
अगर कोई कंपनी हीडलबर्ग सीमेंट इंडिया की कंट्रोलिंग हिस्सेदारी खरीदती है, तो उसे SEBI के नियमों के तहत बाकी पब्लिक शेयरधारकों से 26 प्रतिशत तक अतिरिक्त हिस्सेदारी खरीदने के लिए ओपन ऑफर भी लाना पड़ेगा।
हीडलबर्ग के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी इन अटकलों पर टिप्पणी नहीं करती है। स्टॉक एक्सचेंजों को दिए गए एक अलग बयान में हीडलबर्ग सीमेंट ने कहा कि उसे इस तरह के किसी भी खबर की जानकारी नहीं है। साथ ही उसने कहा कि वह बाजार की अटकलों पर टिप्पणी नहीं करता है। अदाणी, अल्ट्राटेक सीमेंट, JSW सीमेंट और डालमिया भारत की ओर से खबर लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं आया था।
इससे पहले द इकनॉमिक टाइम्स ने आज 7 अक्टूबर को बताया कि अदाणी ग्रुप, हीडलबर्ग के भारत में एसेट्स को खरीदने के लिए बातचीत कर रहा है। पिछले साल 3 अक्टूबर, 2023 को, द इकोनॉमिक टाइम्स ने बताया था कि हीडलबर्ग अपनी भारतीय संपत्तियों को बेचने के लिए JSW के साथ द्विपक्षीय बातचीत कर रहा है।
हीडलबर्ग की भारतीय संपत्तियों की बिक्री की खबर ऐसे समय में आई है, जब भारतीय सीमेंट सेक्टर में हाल में काफी कंसॉलिडेशन देखने को मिला है। इस कंसॉलिडेशन की शुरुआत अदाणी ग्रुप ने 2022 में की, जब उसने लाफार्ज-होल्सिम से अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी लिमिटेड के 6.6 अरब डॉलर के अधिग्रहण से शुरू हुआ था।
इस साल जुलाई में भारत की सबसे बड़ी सीमेंट निर्माता कंपनी अल्ट्राटेक सीमेंट ने 3,954 करोड़ रुपये में इंडिया सीमेंट्स की 32.7 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी और एक कंट्रोलिंग हिस्सेदारी हासिल की। इससे पहले उसने जून में उसने इंडिया सीमेंट्स में 1,889 करोड़ रुपये निवेश करके 22.77 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी।