HVAX Tech IPO Listing: फार्मा और हेल्थकेयर कंपनियों को सर्विेसेज देने वाली एचवीएक्स टेक के शेयरों की आज NSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 34 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 458 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 486.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 6.11 फीसदी का लिस्टिंग गेन (HVAX Tech Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में फीकी हो गई जब शेयर टूट गए। टूटकर यह 474.00 रुपये (HVAX Tech Share Price) पर आ गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 3.49 फीसदी मुनाफे में हैं।
HVAX Tech IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
एचवीएक्स टेक का ₹33.53 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 27 सितंबर से 1 अक्टूबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 34.16 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 14.02 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 77.92 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 26.69 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 7.32 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
HVAX Tech के बारे में
वर्ष 2010 में बनी एचवीएक्स टेक फार्मा और हेल्थकेयर कंपनियों को क्लीनरूम वाल पैनल्स, क्लीनरूम सीलिंग पैनल्स, कोविंग्स, राइजर पैनल्स, क्लीनरूम डोर्स, फ्लोरिंग सिस्टम्स, पास बॉक्सेज, एयर शॉवर्स, एलटी/एचटी इलेक्ट्रिकल पैनल्स, प्री-फैब्रिकेटेड गैल्वनाइज्ड आयरन डक्ट्स, एयर हैंडलिंग यूनिट्स, चिलर्स, बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम्स इक्विपमेंट, यूटिलिटीज जेनेरेशन और डिस्ट्रीब्यूशन इक्विपमेंट मुहैया कराती है। ये सभी प्रोडक्ट थर्ड पार्टी से इकट्ठा कर यह फार्मा और हेल्थकेयर कंपनियों को देती है। कंपनी ने भारत के साथ-साथ अल्जीरिया, इथियोपिया, यूएई, घाना, केन्या, नेपाल, न्यूजीलैंड, नाइजीरिया, सऊदी अरब, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका, तंजानिया, युगांडा और जिम्बाब्वे समेत 15 देशों में करीब 200 प्रोजेक्ट्स पूरे किए हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 4.18 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022 में उछलकर 5.20 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 9.39 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 25 फीसदी की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 10,745 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।