Market today : भारतीय बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में 4 अक्टूबर को नकारात्मक शुरुआत देखने को मिल सकती है। GIFT निफ्टी लाल निशान में कारोबार करते हुए कुछ ऐसे ही संकेत दे रहा है। उधर 3 अक्टूबर को भी भारतीय इक्विटी सूचकांकों में गिरावट देखने को मिली थी। बाजार लगातार चौथे सत्र में गिरावट के साथ बंद हुआ था। कल 2 फीसदी की गिरावट के साथ निफ्टी 25,250 से नीचे गिर गया। इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के चलते बाजार दबाव में आ गया है।
कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 1,769.19 अंक या 2.10 फीसदी की गिरावट के साथ 82,497.10 पर और निफ्टी 546.80 अंक या 2.12 फीसदी की गिरावट के साथ 25,250.10 पर बंद हुआ था।
करेंसी और इक्विटी बाजारों में आज क्या हो रहा है यह जानने के लिए मनीकंट्रोल के साथ बने रहें। यहां हम आपके लिए तमाम समाचार प्लेटफॉर्मों पर चल रही आज की ऐसी अहम खबरों की एक सूचि जारी कर रहें हैं जो भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों को प्रभावित कर सकते हैं।
ग्लोबल मार्केट से कमजोर संकेत
ग्लोबल मार्केट से कमजोर संकेत मिल रहे हैं। गिफ्ट निफ्टी करीब 95.50 प्वाइंट यानी 0.37 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है। जापान का बाजार निक्केई सपाट है। टॉपिक्स में 0.10 फीसदी की बढ़त है। वहीं, ताइवान का बाजार 0.18 फीसदी तेजी दिखा रहा है। कोस्पी में भी 0.55 फीसदी की तेजी है। इधर सितंबर जॉब रिपोर्ट से पहले डाओ कल करीब 0.50 फीसदी फिसला। हलांकि S&P 500 और नैस्डैक फ्लैट बंद हुए थे। डाऊ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 184.93 अंक या 0.44 फीसदी गिरकर 42,011.59 पर बंद हुआ था। जबकि एसएंडपी 500 इंडेक्स 9.58 अंक या 0.17 फीसदी गिरकर 5,699.96 पर बंद हुआ था। नैस्डैक कंपोजिट 6.65 अंक या 0.04 फीसदी गिरकर 17,918.48 पर बंद हुआ था।
यूएस बॉन्ड ईल्ड
शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिका में 10 ईयर ट्रेजरी बॉन्ड यील्ड 20 आधार अंक घटकर 3.83 प्रतिशत तथा अमेरिका के 2 ईयर बांड यील्ड 33 आधार अंक घटकर 3.69 प्रतिशत पर आ गया।
डॉलर इंडेक्स सपाट
पिछले कारोबारी सत्र में 6 हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद आज शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में डॉलर सूचकांक सपाट रहा। फिलहाल ये 101.89 के स्तर पर दिख रहा है।
एशियन करेंसी
शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में एशियाई मुद्राओं में मिलाजुला रुख रहा, इंडोनेशियाई रुपिया में सबसे ज़्यादा गिरावट आई, उसके बाद ताइवान डॉलर और मलेशियाई रिंगिट का स्थान रहा। दूसरी ओर, दक्षिण कोरियाई वॉन और जापानी येन में मामूली बढ़त दर्ज की गई।
क्रूड में जबरदस्त उछाल, ब्रेंट 5% उछलकर 77 डॉलर के पार
ईरान पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बयान के बाद क्रूड में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। ब्रेंट क्रूड 5 फीसदी उछलकर 77 डॉलर के पार चला गया है। बाइडेन ने कहा है कि इजराइल ईरान के तेल ठिकानों पर हमले कर सकता है। इस बयान के बाद क्रूड में जोरदार उछाल आया है। कच्चे तेल का भाव एक दिन में 5 फीसदी चढ़ा है। इसके भाव एक महीने की ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। क्रूड के दाम एक हफ्ते में 8 फीसदी तक चढ़ चुके हैं। ब्रेंट का भाव 77 डॉलर प्रति बैरल के पार निकल गया है। WTI क्रूड में भी 73 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर कारोबार हो रहा है। अगर इजराइल ईरान के तेल ठिकानों पर हमले करता है तो दुनिया की 4 फीसदी क्रूड की सप्लाई बाधित हो सकती है। क्रूड का भाव 200 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा हो सकता है। ईरान रोजाना 30 लाख बैरल क्रूड का उत्पादन करता है।
क्रूड पर CITI की राय
इस बीच क्रूड पर CITI की राय आई है जिसमें कहा गया है कि ईरान पर हमले से क्रूड की सप्लाई घट सकती है। बड़े हमले से सप्लाई 15 लाख बैरल घट सकती है। वहीं, छोटे हमले से क्रूड की सप्लाई 3-4.5 लाख बैरल घट सकती है।
कैश में FIIs की 6 महीने में सबसे बड़ी बिकवाली
भारतीय बाजारों में कल FIIs की 6 महीने में सबसे भारी बिकवाली देखने को मिली। कल कैश में FIIs की तरफ से 15 हजार करोड़ से ज्यादा की बिकवाली आई। फ्यूचर्स के आंकड़े भी जोड़े तो एक दिन में ही करीब एक लाख करोड़ रुपये की बिकवाली हुई है।
बैंकेक्स, सेंसेक्स 50 की वीकली एक्सपायरी नहीं
SEBI के सर्कुलर के बाद BSE का फैसला आया है। BSE ने 18 नवंबर से बैंकेक्स की वीकली एक्सपायरी खत्म करने का फैसला लिया है। साथ ही एक्सचेंज सेंसेक्स 50 के वीकली एक्सपायरी के कॉन्ट्रैक्ट भी नहीं लॉन्च करेगा।
डीमार्ट: Q2 स्टैंडअलोन रेवेन्यू 14% बढ़ा
AVENUE SUPERMARTS ने दूसरी तिमाही के लिए अच्छे अपडेट पेश किए हैं। कंपनी का स्टैंडअलोन रेवेन्यू 14 फीसदी उछलकर 14000 करोड़ रुपए के पार निकल गया है। सितंबर तक कंपनी के कुल स्टोर की संख्या 377 हो गई है।
BoB की लोन ग्रोथ12.5% पर रही डिपॉजिट सिर्फ 7% बढ़ा, M&M FIN के डिस्बर्समेंट पर दबाव
दूसरी तिमाही में बैंक ऑफ बड़ौदा की घरेलू लोन ग्रोथ 12.5 फीसदी रही है। लेकिन डिपॉजिट सिर्फ 7 फीसदी बढ़े हैं। वहीं M&M फाइनेंशियल के Disbursement में एक फीसदी का दबाव दिखा है। वसूली क्षमता भी फ्लैट रही है।