बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने 3 अक्टूबर को बताया कि सेंसेक्स 50 (SENSEX 50) पर वीकली इंडेक्स डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स 14 नवंबर से बंद हो जाएंगे। साथ ही, बैंकेक्स (BANKEX) पर वीकली डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स 18 नवंबर से बंद हो जाएंगे। मार्केट रेगुलेटर सेबी ने हाल में इक्विटी डेरिवेटिव ट्रेडिंग के ढांचे को मजबूत करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे, ताकि बाजार में स्थिरता और निवेशकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
बीएसई की तरफ से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि जहां तक सेंसेक्स 50 इंडेक्स का सवाल है, तो मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी के बाद नए वीकली कॉन्ट्रैक्ट्स जेनरेट नहीं किए जाएंगे और ये ऐसे कॉन्ट्रैक्ट्स अपनी एक्सपायरी तक जारी रहेंगे। बैंकेक्स के मामले में भी मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी के बाद नए वीकली कॉन्ट्रैक्ट्स जेनरेट नहीं किए जाएंगे और बिना एक्सपायरी वाले मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट्स अपनी एक्सपायरी तक जारी रहेंगे।
मार्केट रेगुलेटर सेबी ने इंडेक्स डेरिवेटिव फ्रेमवर्क को मजबूत करने और बाजार में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए 1 अक्टूबर को कई उपायों का ऐलान किया था। इसके तहत साप्ताहिक आधार पर डेरिवेटिव एक्सापयरी की संख्या कम करन का भी फैसला किया गया था। हर एक्सचेंज को अपने सिर्फ एक बेंचमार्क इंडेक्स के लिए वीकली एक्सपायरी के साथ डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स मुहैया कराने की अनुमति होगी।
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (Sebi) ने डेरिवेटिव के लिए न्यूनतम ट्रेडिंग राशि मौजूदा 5-10 लाख रुपये से बढ़ाकर 15 लाख रुपये करने का भी फैसला किया है। अगर इस बदलाव को मार्केट में लागू किया जाता है, तो यह आंकड़ा 15-20 लाख रुपये हो जाएगा। मार्केट रेगुलेटर की तरफ से जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक, ‘ लॉट साइज को इस तरह से तय किया जाएगा कि रिव्यू के दिन डेरिवेटिव की कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू 15 लाख से 20 लाख रुपये के दायरे में रहे।’