Market overview : भारतीय बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी के 3 अक्टूबर को कमजोर खुलने की उम्मीद दिख रही है। गिफ्टी निफ्टी भारी गिरावट के साथ कारोबार करते हुए ब्रॉडर इंडेक्सों के लिए भी निगेटिव संकेत दे रहा है। वहीं, पिछले कारोबारी सत्र की बात करें तो भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स 1 अक्टूबर को लगातार तीसरे सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए थे। निफ्टी 25,800 से नीचे चला गया है। चालू खाता घाटा बढ़ने और कमजोर मैन्युफैक्चरिंग आंकड़ों ने बाजार पर दबाव बनाया है। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 33.49 अंक या 0.04 फीसदी की गिरावट के साथ 84,266.29 पर और निफ्टी 13.95 अंक या 0.05 फीसदी की गिरावट के साथ 25,796.90 पर बंद हुआ।
करेंसी और इक्विटी बाजारों में आज क्या हो रहा है यह जानने के लिए मनीकंट्रोल के साथ बने रहें। यहां हम आपके लिए तमाम समाचार प्लेटफॉर्मों पर चल रही आज की ऐसी अहम खबरों की एक सूचि जारी कर रहें हैं जो भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों को प्रभावित कर सकते हैं।
GIFT Nifty में कमजोरी
GIFT निफ्टी में गिरावट देखने को मिल रही है, जो दिन की कमजोर शुरुआत का संकेत है। फिलहाल ये 288 अंक यानी 1.11 फीसदी की गिरावट के साथ 25,748 के स्तर पर दिख रहा। निफ्टी फ्यूचर्स सुबह 25,725 पर कारोबार कर रहा था।
एशियाई बाजार
मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच वॉल स्ट्रीट में तेजी के बाद गुरुवार को जापानी शेयरों के कारण एशियाई बाजारों में तेजी आई। निक्केई करीब 2.24 फीसदी की बढ़त के साथ 38,655.03 के आसपास दिख रहा है। वहीं, स्ट्रेट टाइम्स 0.06 फीसदी की कमजोरी दिखा रहा है। चीन और दक्षिण कोरिया के बाजार आज बंद हैं। हॉन्ग कॉन्ग के हैंग सैंग इंडेक्स में आज 3.85 फीसदी का दबाव देखने को मिल रहा है।
अमेरिकी बाजार
बुधवार को एसएंडपी 500 में कोई खास बदलाव नहीं हुआ, टेक्नोलॉजी शेयरों में तेजी आई, लेकिन निवेशक मध्य पूर्व में तनाव और इस सप्ताह आने वाले अमेरिकी श्रम आंकड़ों को लेकर चिंतित हैं।
डाओ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 39.55 अंक या 0.09 फीसदी बढ़कर 42,196.52 पर पहुंच गया। एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.79 अंक या 0.01 फीसदी बढ़कर 5,709.54 पर पहुंच गया और नैस्डैक कंपोजिट 14.76 अंक या 0.08 फीसकी बढ़कर 17,925.12 पर बंद हुआ।
यू.एस. बॉन्ड यील्ड
यूएस फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल के सतर्क रुख के बाद ट्रेजरी में गिरावट जारी रही, जिससे शर्ट टर्म यील्ड में बढ़ोतरी हुई। संकेत मिला है कि फेडरल रिजर्व “समय के साथ” ब्याज दरों को कम करेगा, जबकि इस बात पर फिर से जोर दिया गया है कि समग्र अर्थव्यवस्था ठोस स्थिति में बनी हुई है। शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में यू.एस. 10-ईयर ट्रेजरी यील्ड 30 बीपीएस बढ़कर 3.79 पर पहुंच गई और यू.एस. 2-ईयर बॉन्ड यील्ड 11 बीपीएस बढ़कर 3.64 प्रतिशत हो गई।
कच्चे तेल में तेजी
ईरान के गैस और तेल डिपो पर इजरायल के पलटवार की आशंका से क्रूड में उबाल आया है। ब्रेंट करीब 5 परसेंट उछलकर 75 डॉलर के पास पहुंचा है। G-7 देश ईरान पर नए प्रतिबंध लगा सकते है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन बोले ईरान के परमाणु ठिकानों पर इजराइली हमले का समर्थन नहीं करेंगे।
मिडिल ईस्ट संकट पर G7
G-7 देश का कहना है कि ईरान के परमाणु ठिकानों पर इजराइली हमले का समर्थन नहीं करेगे। इजराइल के पास जवाबी कार्रवाई करने का अधिकार है। यूएस का कहना है कि ईरान के खिलाफ नए प्रतिबंध लागू करने पर भी विचार किया जाएगा।
डॉलर इंडेक्स
गुरुवार को डॉलर येन के मुकाबले एक महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। अमेरिकी रोजगार बाजार में मजबूती से यह विचार पुष्ट हुआ है कि फेडरल रिजर्व को ब्याज दरों में कटौती करने में जल्दबाजी करने की आवश्यकता नहीं है। फिलहाल ये 101.77 के स्तर पर नजर आ रहा है।
FII और DII फंड फ्लो
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने अपनी बिकवाली बढ़ाते हुए 1 अक्टूबर को 5,579 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने अपनी खरीदारी बढ़ाते हुए इस दिन 4,609 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी।