Stock Market volatility: मिडिल-ईस्ट में बढ़ते तनाव और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के बीच आज शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली देखी गई। BSE सेंसेक्स और निफ्टी 50 दोनों में ही 2 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है। इसके चलते बेंचमार्क पिछले महीने 27 सितंबर को छुए गए ऑल टाइम हाई से 4 फीसदी से अधिक गिर गए। अब अगले हफ्ते RBI MPC की बैठक होने वाली है, जिसमें प्रमुख ब्याज दरों पर निर्णय लिया जाएगा। इसके अलावा, अर्निंग सीजन भी शुरू होने वाला है। ऐसे में बाजार में उतार-चढ़ाव आगे भी जारी रहने की संभावना है।
मिडिल ईस्ट से आने वाली किसी भी खबर पर बाजार अपनी प्रतिक्रिया देगा, जिसका असर कच्चे तेल की कीमतों पर पड़ेगा। इसके अलावा चीन से आने वाली खबर का असर फॉरेन फंड फ्लो पर और अमेरिकी चुनाव से संबंधित अपडेट का असर डॉलर पर पड़ेगा।
अब आगे क्या हो निवेशकों की स्ट्रेटेजी
मार्केट एक्सपर्ट्स के एक वर्ग का मानना है कि यह गिरावट खरीदारी का अच्छा अवसर है, खासकर ब्लू-चिप्स में, जो पिछले एक साल में मिडकैप और स्मॉल-कैप शेयरों में आई तेजी से काफी पीछे रह गए हैं। आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के फंडामेंटल रिसर्च – इनवेस्टमेंट सर्विसेज के हेड नरेंद्र सोलंकी ने कहा, “निवेशक उन शेयरों में कुछ मुनाफावसूली कर सकते हैं जो फंडामेंटल से काफी आगे निकल गए हैं और नए आइडिया की तलाश कर सकते हैं और धीरे-धीरे जोड़ सकते हैं।”
वैश्विक चुनौतियों के बावजूद मास्टर कैपिटल सर्विसेज के विष्णु कांत उपाध्याय ने कहा कि उन्हें भारतीय बाजारों में नुकसान के लंबे समय तक जारी रहने की उम्मीद नहीं है। हालांकि, अधिकांश एनालिस्ट्स और एक्सपर्ट्स की तरह वे भी स्टॉक-स्पेसिफिक एप्रोच की सलाह देते हैं।
बैंकिंग शेयरों पर क्या है एक्सपर्ट्स की राय
टेक्निकल की बात करें तो मौजूदा वोलेटाइल मार्केट कंडीशन को देखते हुए एक्सपर्ट्स डे ट्रेडर्स के लिए लेवल-बेस्ड ट्रेडिंग एप्रोच की सलाह देते हैं। इसके अलावा, लार्ज-कैप बैंकिंग शेयरों में निवेशकों को शेयर की कीमतों में गिरावट के लिए तैयार रहना चाहिए क्योंकि फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स इन प्राइवेट लेंडर्स में बड़ी पोजीशन रखते हैं। जब वे भारतीय बाजारों में अपनी होल्डिंग्स को सस्ते चीनी शेयरों के लिए ट्रेड करते हैं, तो इस सेगमेंट में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, एक्सपर्ट्स ने यह भी कहा कि निवेशकों को इन स्टॉक्स में बने रहना चाहिए, क्योंकि बड़े प्राइवेट बैंकों के लिए स्ट्रक्चरल स्टोरी और लॉन्ग टर्म फंडामेंटल मजबूत बनी हुई हैं।
स्टील सेक्टर पर एक्सपर्ट्स ने क्या कहा?
स्टील सेक्टर की बात करें तो ब्रोकरेज का मानना है कि चीन के हालिया कदम से इन शेयरों को लेकर सेंटीमेंट पॉजिटिव होने की उम्मीद है। जापानी ब्रोकरेज नोमुरा ने भी यही राय रखी है। ब्रोकरेज का कहना है कि इससे स्टील स्टॉक्स की कीमतों को सहारा मिलेगा और अगले कुछ महीनों में इन शेयरों के अच्छा प्रदर्शन करने की संभावना है।
कमोडिटी ट्रेडर्स के लिए ये है सुझाव
कमोडिटी ट्रेडर्स के लिए ट्रेडबुल्स सिक्योरिटीज के भाविक पटेल ने कहा कि गोल्ड बायर्स को एक नई लॉन्ग पोजीशन लेने के लिए एक झटके या करेक्शन का इंतजार करना चाहिए, क्योंकि सोने की तेजी अभी भी जारी है। इक्विटी में गिरावट के साथ पैसा वर्तमान में सोने में जा रहा है। मजबूत फंडामेंटल के बावजूद मध्य पूर्व में तनाव के बीच शॉर्ट टर्म में तेजी के बरकरार रहने की उम्मीद नहीं है। पटेल का यह भी मानना है कि कच्चे तेल के लिए संभावनाएं अभी भी मजबूत हैं।
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