Multibagger Stock: अगर आप निवेश के लिए किसी बेहतर स्टॉक की तलाश में हैं तो जेन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के शेयरों पर नजर रख सकते हैं। इस स्टॉक ने अपने निवेशकों को कम समय में ही मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। कंपनी को हाल ही में 46 करोड़ रुपये का नया ऑर्डर भी मिला है। बीते एक नवंबर को कंपनी के शेयरों में 0.49 फीसदी की गिरावट देखी गई और यह स्टॉक BSE पर 1707.40 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी का मार्केट कैप 15,416.18 करोड़ रुपये है।
Zen Tech को रक्षा मंत्रालय से मिला है नया कॉन्ट्रैक्ट
जेन टेक्नोलॉजीज ने रक्षा मंत्रालय से सिमुलेटर के लिए 18 फीसदी जीएसटी सहित 46 करोड़ रुपये का एनुअल मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट (AMC) हासिल किया है। यह कॉन्ट्रैक्ट पांच साल के लिए है।
कंपनी ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा, “यह AMC रक्षा मंत्रालय के साथ जेन की चल रही साझेदारी को मजबूत करता है और कंपनी के अत्याधुनिक डिफेंस सॉल्यूशन में मंत्रालय के भरोसे को दिखाता है। यह समझौता एडवांस सिमुलेटर टेक्नोलॉजी के माध्यम से भारत के डिफेंस फोर्सेज की मांग वाली ऑपरेशनल जरूरतों को पूरा करने की जेन की क्षमता को दिखाता है।”
कैसा रहा है Zen Tech के शेयरों का प्रदर्शन
पिछले 6 महीने में Zen Technologies के शेयरों ने 72 फीसदी का रिटर्न दिया है। इस साल अब तक कंपनी के शेयर 116 फीसदी भाग चुके हैं। पिछले एक साल में इसके निवेशकों को 127 फीसदी का तगड़ा रिटर्न मिला है। इतना ही नहीं, पिछले 4 सालों में इसके निवेशकों को 2007 फीसदी का शानदार मुनाफा हुआ है।
Zen Technologies का कारोबार
जेन टेक्नोलॉजीज मिलेट्री ट्रेनिंग और एंटी-ड्रोन सॉल्यूशन ऑफर करती है, जो लैंड-बेस्ड मिलेट्री ट्रेनिंग सिमुलेटर, ड्राइविंग सिमुलेटर, लाइव रेंज इक्विपमेंट और एंटी-ड्रोन सिस्टम पर फोकस करती है। हैदराबाद में स्थित कंपनी के पास भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त एक R&D फैसिलिटी है। जेन ने 155 से अधिक पेटेंट दायर किए हैं, जिनमें से 75 से अधिक को मंजूरी दी गई है, और वैश्विक स्तर पर 1000 से अधिक ट्रेनिंग सिस्टम्स डिलीवर की हैं।
(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी शेयर परफार्मेंस के आधार पर दी गई है। यह बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। हमारी तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)