Apollo Hospitals News: अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइज अपने क्लिनिक्स और डायग्नॉस्टिक सेंटर चलाने वाली कंपनी अपोलो हेल्थ एंड लाइफस्टाइल लिमिटेड (AHHL) में अहम हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है। इसकी योजना फंड जुटाने की है और इसके तहत यह आठ साल अपने साथ चल रहे वर्ल्ड बैंक की सब्सिडियरी को एग्जिट रूट देना चाहती है और साथ ही यह अपनी भी कुछ हिस्सेदारी बेचेगी। वर्ष 2020 में बनी कंपनी अपोलो हेल्थ एंड लाइफस्टाइल ब्रांड नाम के चहत देश का सबसे बड़ा मल्टीस्पेशल्टी क्लिनिक चेन चलाती है। इसका कारोबार मिडिल ईस्ट में भी फैला हुआ है। इसके अलावा यह डायबिटीज मैनेजमेंट क्लिनक अपोलो शुगर और डायग्नोस्टिक फैसिलिटीज अपोलो डायग्नॉस्टिक्स भी चलाती है। इसके अलावा यह महिलाओ और बच्चों के लिए अपोलो क्रेडल और सर्जरी के लिए अपोलो स्पेक्ट्रा भी चलाती है।
वर्ल्ड बैंक की सब्सिडियरी की इतनी है हिस्सेदारी
फंड जुटाने की योजना के तहत अपोलो हॉस्पिटल्स के सब्सिडियरी की निवेशक इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन (IFC) बाहर निकलना चाहती है। वर्ल्ड बैंक की सब्सिडियरी आईएफसी ने इसमें करीब आठ साल पहले वर्ष 2016 में पहली बार पैसे लगाए थे। इसके पास कंपनी की करीब 31 फीसदी हिस्सेदारी है। आछ साल में इसने 500 करोड़ रुपये से अधिक इसमें निवेश किए हैं। मनीकंट्रोल को सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक AHLL की योजना फंडरेज के जरिए आईएफसी के शेयरों की बिक्री है। इसके अलावा यह कुछ प्राइमरी कैपिटल भी जुटाएगी। अपोलो अपनी हल्की ही हिस्सेदारी हल्की करेगी।
Apollo Health & Lifestyle के बारे में
दिसंबर 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक AHLL के 286 क्लीनिक, 2142 डायग्नॉस्टिक सेंटर, 70 शुगर क्लिनिक, 152 डेंटल सेंटर्स, 129 डायलिसिस सेंटर्स, 17 आईवीएफ सेंटर्स के साथ-साथ अपोलो स्पेक्ट्रा के 11 अस्पताल और अपोलो क्रेडल के 11 सेंटर्स हैं। क्रिसिल की 11 जून की रिपोर्ट के मुताबिक यह लगातार अपने नेटवर्क बढ़ा रही है और आगे भी इसकी ग्रोथ के अच्छे आसार दिख रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक यह 280-320 करोड़ रुपये का कैपिटल एक्सपेंडिचर कर सकती है। इसके तहत यह मुंबई और हैदराबाद में दो और क्रेडल सेंटर खोल सकती है। साथ ही यह डायग्नॉस्टिक और क्लिनिक सेंटर्स का भी विस्तार कर सकती है।