कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज मिनिस्टर पीयूष गोयल ने कहा है कि प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम के तहत निवेश अगले साल तक 2 लाख करोड़ रुपये को पार कर जाएगा। उन्होंने PLI स्कीम से जुड़े CEOs के साथ बातचीत में कहा कि इस कार्यक्रम के तहत पहले ही निवेश का आंकड़ा 1.46 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है।
उनका कहना था कि इस स्कीम से रोजगार में 26 पर्सेंट की बढ़ोतरी होगी और यह आंकड़ा 9.5 लाख से बढ़कर 12 लाख तक पहुंच जाने की उम्मीद है। गोयल ने कहा, ‘ मेक इन इंडिया और PLI दोनों का अटूट संबंध है, जिसे अलग करना नामुमकिन है।’ इस प्रोग्राम से 12.5 लाख करोड़ रुपये का प्रोडक्शन या सेल्स पैदा हुआ है और इससे एक्सपोर्ट को काफी हद तक बढ़ाने में मदद मिली है।
PLI स्कीम के तहत इंडस्ट्री के 140 प्रतिनिधियों के साथ बैठक में गोयल ने कहा कि कुछ सेक्टरों में सरकारी करीद के मसले की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘ सरकारी खरीद में सेक्टर आधार पर कुछ संशोधन की जरूरत होगी, जहां डोमेस्टिक वैल्यू एडिशन कम है, लेकिन धीरे-धीरे इसमें बढ़ोतरी हो रही है। मैंने इस सिलसिले में अधिकारियों से रोडमैप तैयार करने को कहा है।’
गोयल का कहना था कि उनका मंत्रालय ऐसी इकाइयों को भी मदद मुहैया कराएगा, जो भारत में पहली बार उत्पादन कर रही हैं। उन्होंने बताया, ‘ हमने सेक्टर्स से कहा है विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है, ताकि हम तकनीकी जानकारी और सलाह हासिल कर सकें और यह देख सकें कि बिना अनुभव के लिए सप्लाई के लिए गुंजाइश बन सकती है या नहीं।’