Adani Group News: तकनीकी कंपनियों की तरफ से डेटा सेंटर की मांग में इजाफा हो रहा है तो अदाणी ग्रुप अपने डेटा सेंटर बिजनेस को बढ़ाने के लिए 400 करोड़ डॉलर की योजना को आगे बढ़ा रहा है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह कदम ग्रुप के बिजली कारोबार को मजबूत करने के लिए उठाया गया है, ताकि डेटा सेंटर से जुड़ी सर्विसेज में बिजली की मांग में जो इजाफा होगा, उसका फायदा उठाया जा सके। ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज और वर्जीनिया की ऐजकॉनक्स (EdgeConneX) की ज्वाइंट वेंचर अदाणी कॉनएक्स (Adani ConneX) अभी 17 मेगावॉट की क्षमता के के डेटा सेंटर चला रहे हैं और 210 मेगावॉट पर काम चल रहा है। डेटा सेंटर की मांग बढ़ रही है तो अदाणी ग्रुप ने एक से दो साल के भीतर ही 1 से 1.5 गीगावॉट की कैपेसिटी हासिल करने का लक्ष्य रखा है जबकि पहले यह काम 5 साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था।
समय से पहले कैसे पूरा हो जाएगा लक्ष्य?
अदाणी ग्रुप ने डेटा सेंटर बिजनेस की अच्छी ग्रोथ को भुनाने के लिए अपनी कैपेसिटी बढ़ाने के लक्ष्य को 5 साल की बजाय अब एक से दो साल में ही पूरा करने का लक्ष्य रखा है। अभी प्रति मेगावॉट 40 करोड़ रुपये के करीब निवेश का आकलन है लेकिन अब जल्द से जल्द लक्ष्य हासिल करने के लिए ग्रुप की योजना 400 करोड़ डॉलर और निवेश करने की है।
Adani Group की डेटा सेंटर में अभी इतनी ही है हिस्सेदारी
इंडस्ट्री का अनुमान है कि डेटा सेंटर की बढ़ती मांग इतनी अहम है कि अदाणी ग्रुप अन्य क्षेत्रों में निवेश को धीमा करने पर विचार कर सकता है ताकि फंड को डेटा सेंटर बिजनेस में लगाया जा सके, जो एक रणनीतिक बदलाव का हिस्सा है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि डेटा सेंटर सर्विसेज का औसतन ऑर्डर साइज दो साल में तेजी से 5-10 मेगावॉट से उछलकर 50-100 मेगावॉट तक पहुंच गया। अभी अदाणी ग्रुप की देश के डेटा सेंटर मार्केट में सिर्फ 2.5 फीसदी हिस्सेदारी ही है जो वित्त वर्ष 2030 तक 700 मेगावॉट की मौजूदा क्षमता से बढ़कर 4 गीगावॉट तक पहुंचने की उम्मीद है। जब इसकी क्षमता 1 गीगावॉट हो जाएगी तो इस मार्केट में हिस्सेदारी बढ़कर करीब 25 फीसदी पर पहुंच सकती है। इस विस्तार से ग्रुप के पावर जेनेरेशन सेक्टर को भी सपोर्ट मिलेगा जिसे अदाणी पावर और अदाणी ग्रीन एनर्जी ऑपरेट कर रहे हैं।