IDFC Merger with IDFC FIRST Bank: IDFC लिमिटेड का IDFC फर्स्ट बैंक में विलय कब से प्रभावी होगा, इसकी तारीख फाइनल हो गई है। IDFC लिमिटेड और IDFC फर्स्ट बैंक ने शेयर बाजारों को बताया है कि 27 सितंबर की बोर्ड मीटिंग में IDFC फाइनेंशियल होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (IDFC FHCL) के IDFC लिमिटेड में और फिर IDFC लिमिटेड के IDFC फर्स्ट बैंक लिमिटेड में विलय के लिए कंपोजिट स्कीम ऑफ अमैल्गमेशन की इफेक्टिवनेस पर मुहर लगा दी गई है। विलय के लिए अमैल्गमेशन स्कीम पर नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT), चेन्नई बेंच ने 25 सितंबर, 2024 को मंजूरी दी थी।
IDFC लिमिटेड के IDFC फर्स्ट बैंक में रिवर्स मर्जर को दोनों के बोर्ड ने जुलाई 2023 में मंजूरी दी थी। भारतीय रिजर्व बैंक ने इस विलय को दिसंबर 2023 में, और डेट और इक्विटीहोल्डर्स ने इस साल मई में मंजूर किया था। अक्टूबर 2024 में इस विलय को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से मंजूरी मिली थी।
कब से प्रभावी होगा विलय
ताजा अपडेट के तहत शेयर बाजारों को बताया गया है कि IDFC FHCL का IDFC लिमिटेड में विलय 30 सितंबर 2024 से और IDFC लिमिटेड का IDFC फर्स्ट बैंक में विलय 1 अक्टूबर 2024 से प्रभावी होगा। विलय के बाद IDFC फर्स्ट बैंक के डायरेक्टर्स या मैनेजमेंट में कोई बदलाव नहीं होगा। IDFC Bank को साल 2014 में RBI से लाइसेंस मिला था। साल 2018 में IDFC Bank और Capital First का विलय पूरा हुआ और IDFC First Bank बना।
शेयरहोल्डर्स का क्या होगा?
विलय की शर्तों के तहत IDFC लिमिटेड के शेयरहोल्डर्स को एक तय रेशियो में IDFC फर्स्ट बैंक के शेयर जारी किए जाएंगे। एक्सचेंज फाइलिंग्स में कहा गया है कि इस प्रोसेस के लिए पात्र शेयरहोल्डर्स तय करने के लिए रिकॉर्ड डेट 10 अक्टूबर 2024 होगी। IDFC लिमिटेड के शेयरहोल्डर्स को उनके पास मौजूद 10 रुपये फेस वैल्यू वाले हर 100 फुली पेड अप इक्विटी शेयरों के बदले IDFC फर्स्ट बैंक के 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 155 फुली पेड अप इक्विटी शेयर मिलेंगे।