IDFC लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने कंपनी का IDFC फर्स्ट बैंक और IDFC फाइनेंशियल होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (IDFC FHCL) के साथ मर्जर को मंजूरी दे दी है।
IDFC लिमिटेड ने शुक्रवार (27 सितंबर) को इस बात की जानकारी दी। कंपनी ने बताया कि नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की चेन्नई बेंच से बुधवार, 25 सितंबर को मर्जर की मंजूरी मिल गई है।
मर्जर से जुड़े महत्वपूर्ण इवेंट्स :
- 30 सितंबर: IDFC FHCL का IDFC लिमिटेड में मर्जर होगा।
- 1 अक्टूबर: IDFC लिमिटेड का IDFC फर्स्ट बैंक में मर्जर होगा।
- रिकॉर्ड डेट: IDFC फर्स्ट बैंक में शेयर अलॉटमेंट के लिए एलिजिबल IDFC शेयरहोल्डर्स को निर्धारित करने की रिकॉर्ड तिथि 10 अक्टूबर है।
- शेयर एक्सचेंज रेश्यो: IDFC शेयरहोल्डर्स को उनके प्रत्येक 100 इक्विटी शेयरों के बदले IDFC फर्स्ट बैंक में 10 रुपये/ शेयर के 155 इक्विटी शेयर मिलेंगे।
मर्जर के बाद के बदलाव:
- IDFC फर्स्ट बैंक के डायरेक्टर्स और मैनेजमेंट में कोई बदलाव नहीं होगा।
- IDFC FHCL और IDFC लिमिटेड बंद किए बिना डिजॉल्व कर दिए जाएंगे और केवल IDFC फर्स्ट बैंक में पब्लिक शेयर होल्डिंग होगी।
- IDFC FHCL और IDFC लिमिटेड के डायरेक्टर्स, प्रमुख मैनेजेरियल लेवल के अधिकारी और ऑडिटर्स 1 अक्टूबर से जगह खाली करेंगे।
- IDFC FHCL और IDFC लिमिटेड के लिए NBFC के रूप में RBI रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट कैंसिल करने का कार्रवाई जल्द शुरू की जाएंगी।
जुलाई 2023 में बोर्ड ने दी थी मंजूरी जुलाई 2023 में IDFC FHCL, IDFC और IDFC फर्स्ट बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने मर्जर के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी। IDFC बैंक को 2014 में बंधन बैंक के साथ RBI द्वारा लाइसेंस दिया गया था। 2018 में IDFC बैंक लिमिटेड और कैपिटल फर्स्ट लिमिटेड ने IDFC फर्स्ट बैंक बनने के लिए मर्जर के पूरा होने की घोषणा की थी।
IDFC की IDFC फर्स्ट बैंक में 39.93% हिस्सेदारी IDFC अपनी नॉन-फाइनेशियल होल्डिंग कंपनी के माध्यम से IDFC फर्स्ट बैंक में 39.93% हिस्सेदारी रखती है। 31 मार्च 2023 तक ऑडिटेड फाइनेंशियल पर कैलकुलेशन के अनुसार, मर्जर के बाद बैंक की प्रति शेयर बुक वैल्यू में 4.9% की ग्रोथ होगी।