Market trend : इस हफ्ते बेंचमार्क सूचकांकों में तेजी जारी रही। साप्ताहिक आधार पर निफ्टी 1.5 फीसदी ऊपर बंद हुआ। जबकि सेंसेक्स 1030 अंक ऊपर बंद हुआ। सभी प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए। लेकिन मेटल और ऑटो इंडेक्स ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया। मेटल इंडेक्स में 7 फीसदी और ऑटो में 4.5 फीसदी की तेजी आई। इस हफ्ते पॉजिटिव कंसोलीडेशन के बाद बाजार ने 26000/85000 के रजिस्टेंस को सफलतापूर्वक पार कर लिया और ब्रेकआउट के बाद तेजी बढ़ गई।
कोटक सिक्योरिटीज के अमोल अठावले का कहना है कि तकनीकी रूप से देखें तो वीकली चार्ट पर एक बुलिश कैंडल और डेली और इंट्राडे चार्ट पर अपट्रेंड कॉन्टिन्यूएशन फॉर्मेशन वर्तमान स्तरों से आगे और तेजी आने का संकेत दे रहा है। वर्तमान बाजार की बनावट तेजी वाली है, लेकिन गिरावट पर खरीदना और तेजी पर बेचना शॉर्ट टर्म ट्रेडरों के लिए आदर्श रणनीति रहेगी। वर्तमान में ट्रेडरों के लिए, 26100/85300 और 26000/85000 एक अहम सपोर्ट के रूप में काम करेगा। जबकि ऊपर की तरफ 26400-26500/85900-86300 पर रजिस्टेंस दिख रहा है। हालांकि, 26000/85000 से नीचे फिसलने पर बाजार की भावना बदल सकती है। इससे नीचे ट्रेडर ट्रेडिंग लॉन्ग पोजीशन से बाहर निकलना पसंद कर सकते हैं।
बैंक निफ्टी के लिए मीडियम टर्म ट्रेंड तेजी का है। लेकिन अस्थायी ओवरबॉट स्थितियों के कारण निकट की अवधि में रेंजबाउंड कारोबार देखने को मिला। ट्रेडरों के लिए, 53500 और 53100 पर बड़ा सपोर्ट है। वहीं, ऊपर की तरफ 54500-54800 पर रजिस्टेंस दिख रहा है। हालांकि, बैंक निफ्टी के 53100 से नीचे जाने पर अपट्रेंड कमजोर होगा।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि निफ्टी ने कुछ दिनों की लगातार बढ़त के बाद आज राहत की सांस ली। सूचकांक के अहम मूविंग एवरेज से ऊपर बने रहने के कारण भावना मजबूत बनी हुई है। यह मजबूती तब तक बनी रहने की संभावना है जब तक निफ्टी 25,900 से ऊपर बना रहेगा। ऊपर की तरफ 26,300 से ऊपर जाने पर तेजी का एक नया दौर शुरू हो सकता है। अगर निफ्टी 26,300 से ऊपर जाता है, तो यह 26,600 की ओर बढ़ सकता है।
कोटक सिक्योरिटीज के श्रीकांत चौहान का कहना है कि इस सप्ताह इक्विटी बाजारों में तेजी का रुख रहा और सभी प्रमुख इंडेक्सों में बढ़त देखने को मिली। चीन के प्रोत्साहन पैकेज कारण एशियाई बाजारों में तेजी आई। निफ्टी-50 और सेंसेक्स-30 इंडेक्स में इस सप्ताह 1 फीसदी से ज्यादा की बढ़त हुई। बीएसई मिडकैप और बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक भी बढ़त पर रहे। लेकिन बड़े सूचकांकों की तुलना में इनका प्रदर्शन कमजोर रहा। सेक्टोरल फ्रंट पर नजर डालें तो अधिकांश सूचकांकों में अच्छी बढ़त रही। बीएसई मेटल, बीएसई ऑयल एंड गैस और बीएसई ऑटो बड़े आउटपरफॉर्मर रहे।
कच्चा तेल दबाव में रहा और ब्रेंट क्रूड 70 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गया। चीन के केंद्रीय बैंक द्वारा अपनी अर्थव्यवस्था में जोश भरने के उपायों की घोषणा के बीच इस सप्ताह चीन के इक्विटी बाजार में तेज उछाल आया। अमेरिका में, बाजार की नजर अब कोर महंगाई आंकड़ों पर रहेगी।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि हाल में आए तेज उछाल के बाद, बेंचमार्क में साइडवेज मूवमेंट देखने को मिला क्योंकि निवेशक ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली करते दिखे। चीन में आर्थिक प्रोत्साहन और आकर्षक मूल्यांकन के कारण चीन के बाजार में तेज उछाल देखने को मिला। मेटल शेयरों में फिर से उछाल देखने को मिला है। जबकि फार्मा और आईटी शेयरों में रुपये में कमजोरी के कारण तेजी देखने को मिली। इस बीच, निवेशक दूसरी तिमाही की के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। दूसरी तिमाही में अर्निंग में सुधार की उम्मीद है।
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