Swiggy IPO: जापान के सॉफ्टबैंक के सपोर्ट वाली फूड डिलीवरी फर्म स्विगी ने आईपीओ के लिए अप्लाई कर दिया है। कंपनी ने IPO से करीब 3,750 करोड़ रुपये ($448.56 मिलियन) जुटाने का लक्ष्य रखा है, जो इस साल भारत की सबसे बड़ी लिस्टिंग में से एक होने वाला है। स्विगी के 3,750 करोड़ रुपये के आईपीओ से जुटाई गई फंड का इस्तेमाल मुख्य रूप से इसके क्विक कॉमर्स सेगमेंट का विस्तार करने और इसके इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए किया जाएगा।
खत्म होगा लंबा इंतजार
इंडिया टूडे की खबर के मुताबिक बेंगलुरू स्थित स्टार्टअप ने अपने ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस में कहा कि एक्सेल इंडिया और टेनसेंट यूरोप सहित मौजूदा शेयरधारक करीब 185.3 मिलियन शेयर बेचेंगे। स्विगी बहुत लंबे समय से आईपीओ बाजार में उतरने की तैयारी कर रही थी। तेजी से बढ़ते आईपीओ बाजार के बीच स्विगी ने भी अप्लाई कर दिया है। इस साल 198 कंपनियों ने 4 सितंबर तक 7.1 बिलियन डॉलर जुटाए हैं। यह पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में दोगुना से भी अधिक है।
जोमैटो से है मुकाबला
निवेश समूह प्रोसस PRX.AS और जापान के सॉफ्टबैंक द्वारा समर्थित यह कंपनी भारत के ऑनलाइन रेस्तरां और कैफे फूड डिलीवरी सेक्टर में जोमैटो के साथ प्रतिस्पर्धा करती है। दोनों कंपनियों ने नए तथाकथित क्विक कॉमर्स बूम पर बड़ा दांव लगाया है, जहां किराने का सामान और अन्य प्रोडक्ट 10 मिनट में डिलीवर किए जा रहे हैं। कंपनी में Prosus (32 प्रतिशत), सॉफ्टबैंक (8%), एक्सेल (6%) स्विगी में प्रमुख निवेशक हैं। एलिवेशन कैपिटल, डीएसटी ग्लोबल, नॉरवेस्ट, टेनसेंट, कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (QIA), सिंगापुर की जीआईसी, कई अन्य के अलावा कंपनी में अन्य शेयरधारक हैं।
(डिस्क्लेमर: एक्सपर्ट्स की सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, हमारे के नहीं। यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)