NSE T+0 Settlement Cycle: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने कैपिटल मार्केट सेगमेंट में T+0 रोलिंग सेटलमेंट साइकिल को लागू करने का फैसला फिलहाल टाल दिया है। एनएसई ने इसके सर्कुलर को अगले नोटिस तक के लिए स्थगित कर दिया है। एनएसई का कहना है कि इसे अब कब लागू किया जाएगा, इसे अलग सर्कुलर के जरिए बता दिया जाएगा। इस सेटलमेंट साइकिल के तहत ट्रेड उसी दिन सेटल होता है जिस दिन इसका ऑर्डर प्लेस होता है यानी कि सौदे वाले दिन ही शेयर खरीदने वाले के खाते में ट्रांसफर हो जाता है और पैसे शेयर बेचने वाले के खाते में पहुंच जाते हैं। मार्च में इसे पेश किया गया था और T+1 सेटलमेंट सिस्टम के विकल्प के रूप में है। T+1 सेटलमेंट सिस्टम के तहत ट्रेड का सेटलमेंट अगले कारोबारी दिन होता है। इसके अलावा एनएसई ने शनिवार और रविवार को लाइव ट्रेडिंग सेशन की बात कही है।
T+5 से T+0 सेटलमेंट का सफर
भारत में सेटलमेंट प्रोसेस का सफर कई वर्षों का है। पहले यहां T+5 सेटलमेंट साइकिल था जो वर्ष 2002 में T+3 पर आ गया। इसके बाद अगले ही साल वर्ष 2003 में सेटलमेंट साइकिल T+2 आ गया था। इसके करीब 18 साल बाद वर्ष 2021 में T+1 सेटलमेंट साइकिल को चरणबद्ध तरीके से लागू किया गया और जनवरी 2023 से यह पूरी तरह से लागू ही हो गया। अब T+0 सेटलमेंट पर काम हो रहा है। मार्च 2024 में इसे 25 शेयरों- बैंक ऑफ बड़ौदा, अशोक लेलैंड, बिड़लासॉफ्ट, हिंडाल्को, डिविस लैब, बजाज ऑटो, वेदांता, एसबीआई, इंडियन होटल्स, एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस, ट्रेंट, एलटीआई माइंडट्री, टाटा कम्युनिकेशंस, नेस्ले , सिप्ला, कोफोर्ज, एमआरएफ, जेएसडब्ल्यू स्टील, बीपीसीएल, ओएनजीसी, एनएमडीसी, सवंर्धन मदरसन इंटरनेशनल, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और अंबुजा सीमेंट्स के लिए लागू किया गया था।
एक और सर्कुलर जारी किया NSE ने
एनएसई ने एक और सर्कुलर जारी किया है जिसमें कहा गया है कि 28 सितंबर 2024 को कैपिटल मार्केट सेगमेंट में मॉक ट्रेडिंग सेशन चलेगा और F&O ट्रेडिंग भी होगी जो इसके डिजास्टर रिकवरी साइट पर होगी। 30 सितंबर से 1 अक्टूबर 2024 तक डिजास्टर रिकवरी से लाइव ट्रेडिंग चलेगी। एक्सचेंज के सर्कुलर के मुताबिक शनिवार 28 सितंबर 2024 को मॉक ट्रेडिंग सेशन के दौरान दोपहर 12 से 1 बजे के बीच एक्सचेंज कांटिजेंसी टेस्ट चलेगा।