Diffusion Engineers IPO: हेवी मशीनरी और इक्विपमेंट रिपेयर करने वाली कंपनी डिफ्यूजन इंजीनियर्स ने 25 सितंबर को एंकर इनवेस्टर्स के जरिये 47.15 करोड़ रुपये जुटाए। यह IPO सब्सक्रिप्शन के लिए 26 सितंबर को खुलेगा। HDFC म्यूचुअल फंड इस इश्यू का सबसे बड़ा एंकर इनवेस्टर रहा और उसने 10.8 लाख इक्विटी शेयर खरीदे। इस तरह, HDFC म्यूचुअल फंड ने कंपनी में 18.14 करोड़ रुपये का निवेश किया। इसके बाद 3P इंडिया इक्विटी फंड I का नंबर रहा, जिसने 15 करोड़ रुपये में 8.92 लाख रुपये के शेयर खरीदे।
संत कैपिटल फंड और क्राफ्ट इमर्जिंग मार्केट फंड पीसीसी आखिरी दो एंकर इनवेस्टर रहे, जिन्होंने क्रमश: 9 करोड़ रुपये और 5 करोड़ रुपये का निवेश किया। महाराष्ट्र की इस कंपनी ने 25 सितंबर को एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि चार एंकर इनवेस्टर्स को 168 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के हिसाब से 28,06,500 इक्विटी शेयरों का आवंटन फाइनल कर दिया गया है।
डिफ्यूजन इंजीनियर्स का इरादा अपने IPO के जरिय 158 करोड़ रुपये जुटाने का है। इस IPO के तहत पूरा फ्रेश इश्यू होगा। कंपनी के IPO का प्राइस बैंड 159-168 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। डिफ्यूजन इंजीनियर्स वेल्डिंग कंज्यूमेबल्स, वीयर प्लेट एंड पार्ट्स, कोर इंडस्ट्रीज के लिए हेवी मशीनरी आदि बनाती है। कंपनी इस IPO से हासिल रकम का इस्तेमाल नागपुर स्थित मौजूदा मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के एक्सपैंशन और सोनेगांव, नागपुर में नया मैन्युफैक्चरिंग प्लांट बनाने में करेगी। इसके अलावा, IPO के फंड का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल और सामान्य कॉरपोरेट जरूरतों में किया जाएगा। यह IPO 30 सितंबर को बंद हो जाएगा।
डिफ्यूजन इंजीनियर्स की स्थापना 1982 में हुई थी और यह नागपुर की अपनी 4 मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स के जरिये ऑपरेट करती है। इसका इरादा वेल्डिंग कंज्यूमेबल्स के पोर्टफोलियो का विस्तार करना है।