Zoho News: सॉफ्टवेयर-ऐज-अ-सर्विस (SaaS) यूनिकॉर्न जोहो ने आज 25 सितंबर को ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) पर सेलर-साइड प्लेटफॉर्म विक्रा (Vikra) लॉन्च किया है। ओएनडीसी को सरकार एमेजॉन (Amazon) और वालमार्ट (Walmart) की फ्लिपकार्ट (Flipkart) के दबदबे को तोड़ने के लिए शुरू किया है। अब इस प्लेटफॉर्म पर जोहो ने विक्रा लॉन्च किया और अपने एनुअल टेक्नोलॉजी कॉन्फ्रेंस में कंपनी ने कहा कि इस ऐप के जरिए सेलर्स ओएनडीसी नेटवर्क पर आसानी से अपना स्टोर सेटअप कर सकते हैं और अपने प्रोडक्ट्स की बिक्री शुरू कर सकते हैं।
Zoho के Vikra के लिए सेलर्स को कितनी देनी होगी फीस?
जोहो के ग्लोबल हेड (फाइनेंस और ऑपरेशंस) शिवरामाकृष्णन ने कहा कि विक्रा के जरिए सेलर्स अपने पूरे कारोबार को आसानी से मैनेज कर सकते हैं और जोहो कारोबार से जुड़े पूरे आंकड़े भी देगा। सेलर्स को यह भी फायदा होगा कि उनका नाम पेटीएम, ओला और स्नैपडील के बायर साइड ऐप पर दिखने लगेगा। सेलर्स जोहो के प्लेटफॉर्म के जरिए यूजर्स को वाट्सएप पर तुरंत नोटिफिकेशन भी भेज सकेंगे। विक्रा का फोकस ऑनबोर्डिंग, ऑर्डर फुलफिलमेंट, शिपिंग, प्रोडक्ट कैटलॉगिंग, ग्राहकों के विवादों को निपटाने और एनालिटिक्स पर है। जोहो बुक्स, जोहो इंवेंटरी और जोहो कॉमर्स जैसे जोहो के और भी ऐप्स का भी इस्तेमाल कर सकेंगे। अभी सेलर्स से टोटल ट्रांजैक्शन अमाउंट का 1 फीसदी फीस के रूप में लिया जाएगा।
तेजी से बढ़ रही ONDC
सरकार को उम्मीद है कि ओएनडीसी के दम पर देश में ई-कॉमर्स की दखल दो साल में 25 फीसदी पर पहुंच जाएगी और ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू 4800 करोड़ डॉलर की हो जाएगी। इस पर लेन-देन भी तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि अगस्त में मासिक आधाक पर 5 फीसदी ही ट्रांजैक्शन बढ़ा और यह 1.26 करोड़ पर पहुंचा जबकि जुलाई में लेन-देन 21 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी थी। इसकी वजह ये है कि ओएनडीसी ने फूड और ग्रॉसरी जैसे मेच्योर हो चुके सेगमेंट में कैश इंसेटिंव को सख्त कर दिया गया। अगस्त में जितने लेन-देन हुए, उसमें 47,4 लाख ट्रांजैक्शन उबेर, ओला चैलेंजर नम्मा यात्री के जरिए मोबिलिटी कैटेगरी में हुए। एमेजॉन, फ्लिपकार्ट, जोमैटो और स्विगी जैसे दिग्गजों को टक्कर देने के उद्देश्य से पिछले डेढ़ साल में नए दौर की कई कंपनियां जैसे कि पेटीएम, ओला, फोनपे, मीशो, मैजिकपिन और शिपरॉकेट इस पर आई हैं।