Waaree Energies IPO: सोलर पीवी मॉड्यूल बनाने वाली कंपनी वारी एनर्जीज लिमिटेड अक्टूबर के मध्य में अपना आईपीओ लॉन्च कर सकती है। मामले से परिचित सूत्रों ने यह जानकारी दी है। कंपनी को हाल ही में 20 सितंबर को पब्लिक इश्यू के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी की मंजूरी मिली है। इस आईपीओ के तहत 3000 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा, मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 32 लाख शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए की जाएगी।
Waaree Energies कहां करेगी फंड का इस्तेमाल
प्रमोटर वारी सस्टेनेबल फाइनेंस ऑफर-फॉर-सेल में 27 लाख शेयर बेचेगा, और शेष 5 लाख शेयर नॉन-प्रमोटर चंदुरकर इन्वेस्टमेंट और समीर सुरेंद्र शाह द्वारा बेचे जाएंगे। फाइलिंग के अनुसार, वारी एनर्जीज लिमिटेड आईपीओ की आय का इस्तेमाल ओडिशा में 6 गीगावाट (GW) इनगॉट वेफर, सोलर सेल और सोलर पीवी मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी की स्थापना के साथ-साथ सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करना चाहती है। 30 जून 2023 तक वारी की कुल स्थापित क्षमता 12 GW थी।
Waaree Energies का फाइनेंशियल परफॉर्मेंस
31 मार्च 2023 को समाप्त वित्तीय वर्ष में वारी एनर्जीज ने 6750 करोड़ रुपये का रेवेन्यू दर्ज किया, जो FY22 में 2854 करोड़ रुपये से अधिक है। कंपनी का प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स लगभग पांच गुना बढ़कर 500.2 करोड़ रुपये हो गया, जो FY22 में 79.6 करोड़ रुपये था। 31 मार्च 2023 तक कंपनी 642 करोड़ रुपये के रिजर्व के साथ कैश-फ्लो पॉजिटिव है।
FY23 में टॉप 10 कस्टमर्स ने कंपनी के रेवेन्यू में 65.90% का योगदान दिया, जो FY22 में 42.78% था। FY24 की पहली तिमाही में यह और बढ़ गया, जिसमें टॉप 10 कस्टमर्स ने रेवेन्यू में 76.11% का योगदान रहा। अकेले सबसे बड़े कस्टमर ने रेवेन्यू का लगभग 20 फीसदी हिस्सा दिया।
Waaree Energies का एक्सपोर्ट सेल्स
वारी एनर्जीज अपने रेवेन्यू के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका पर बहुत अधिक निर्भर है। Q1FY24 में एक्सपोर्ट सेल्स ने कुल रेवेन्यू का 73% हिस्सा बनाया, जिसमें अमेरिका को बिक्री का योगदान लगभग 65% था।
Waaree Energies IPO में रिस्क फैक्टर्स
कंपनी की खुदरा बिक्री बढ़ाने की क्षमता, विशेष रूप से कमर्शियल, इंडस्ट्रियल और रेसिडेंशियल बिजनेस वर्टिकल में, फ्रैंचाइजी के साथ संबंधों को बनाए रखने और विस्तार करने पर निर्भर करती है। ऐसा न करने पर बिजनेस, कैश फ्लो और ऑपरेशन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। FY23 में खुदरा बिक्री ने कुल रेवेन्यू में 9.96% का योगदान दिया।
कंपनी की खुदरा बिक्री का एक बड़ा हिस्सा गुजरात से आता है। इस क्षेत्र से मांग में कोई भी प्रतिकूल बदलाव इसके बिजनेस, वित्तीय स्थिति और कैश फ्लो पर नेगेटिव प्रभाव डाल सकता है। वारी संयुक्त राज्य अमेरिका में 3 गीगावाट की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी स्थापित करने की प्रक्रिया में है। इस विस्तार को ठीक से एग्जीक्यूट करने में कोई भी विफलता कंपनी के बिजनेस और फाइनेंशियल को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है।
लिस्टेड कंपनी वारी रिन्यूएबल्स की पैरेंट एंटिटी वारी एनर्जीज ने 2007 में ऑपरेशन शुरू किया, जिसका फोकस सोलर पीवी मॉड्यूल बनाने पर था। कंपनी का लक्ष्य ग्लोबल मार्केट्स में हाई क्वालिटी वाले, कॉस्ट इफेक्टिव, सस्टेनेबल एनर्जी सॉल्यूशन प्रोवाइड करना है, जिससे कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में योगदान मिलता है।
Waaree Energies का कारोबार
वारी एनर्जीज का कामकाज 2007 में शुरू हुआ। इसने वित्त वर्ष 2021 में कुल स्थापित क्षमता को 2 गीगावाट से बढ़ाकर जून 2023 में 12 गीगावाट कर लिया है। कंपनी के पास गुजरात में चार मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी हैं। इसके सोलर पीवी मॉड्यूल वर्तमान में मल्टीक्रिस्टलाइन सेल, मोनोक्रिस्टलाइन सेल और टनल ऑक्साइड पैसिवेटेड कॉन्टैक्ट (TopCon) जैसे उभरते टेक्नोलॉजीज की मदद से बनाए जाते हैं। इससे एनर्जी लॉस को कम करने और ओवरऑल एफिशिएंसी को बढ़ाने में मदद मिलती है।