Vodafone Idea के निवेशकों के लिए पिछला हफ्ता किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा। 19 सितंबर को कंपनी के शेयर एक झटके में 15 फीसदी तक टूट गए थे। लेकिन इस हफ्ते की शुरुआत Vodafone Idea के शेयरों के लिए अच्छी रही। 23 सितंबर की सुबह वोडाफोन आइडिया के शेयर NSE पर 14% तक चढ़ गए थे। पिछले हफ्ते की जबरदस्त गिरावट के बाद आज की तेजी में निवेशकों ने जमकर प्रॉफिटबुकिंग की जिसकी वजह से वोडाफोन आइडिया के शेयर अपनी तेजी को संभाल नहीं पाए। और कारोबार के अंत में NSE पर 3.72 पर्सेंट की तेजी के साथ 11.94 रुपए पर बंद हुए।
वोडाफोन आइडिया के शेयरों में 23 सितंबर की सुबह जैसी तेजी आई थी क्या ये आगे जारी रहेगी? ब्रोकरेज फर्म क्या अब इस शेयर पर भरोसा कर रहे हैं। अगर आपके पास वोडाफोन आइडिया के शेयर हैं तो ये जरूर जानिए लेकिन सबसे पहले हमें कॉमेंट करके बताएं कि क्या आपने भी आज प्रॉफिटबुकिंग की है?
सबसे पहले जान लेते हैं कि आखिर इस शेयर में आज इतना जबरदस्त उछाल क्यों आया?
22 सितंबर को एक खबर आई थी जिसने निवेशकों का उत्साह बढ़ा दिया। और यही वजह रही कि 23 सितंबर की सुबह जमकर खरीदारी देखी गई। खबर ये थी कि वोडाफोन आइडिया ने नोकिया, एरिक्सन और सैमसंग के साथ 30,000 करोड़ रुपए की डील पूरी कर ली है। यह डील 3 साल के लिए 4जी और 5जी नेटवर्क इक्विपमेंट्स की सप्लाई के लिए है। कंपनी ने इससे पहले कहा था कि अगले तीन साल में वह 55,000 करोड़ रुपए का कैपिटल एक्सपेंडिचर करेगी और यह डील इसी दिशा में पहला स्टेप है।
Vodafone-Idea के लिए एक और अच्छी खबर
23 सितंबर को मार्केट बंद होने के बाद एक और खबर आई है जिससे उम्मीद है कि आने वाले समय में भी वोडाफोन आइडिया के शेयरों में तेजी रह सकती है। कंपनी के CEO अक्षय मुंद्रा ने कहा है कि AGR पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब कंपनी सरकार से बात करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में साफ कह दिया था कि AGR की बकाया रकम का दोबारा कैलकुलेशन नहीं होगा। जबकि वोडाफोन लगातार दोबारा कैलकुलेशन करने की मांग कर रही थी क्योंकि उसका मानना था कि बकाया रकम ज्यादा है।
मुंद्रा ने कहा कि टेलीकॉम इंडस्ट्री की सेहत दुरुस्त करने के लिए जरूरी है कि एकबार फिर टैरिफ बढ़ाया जाए। इससे कंपनियां ज्यादा कैश जुटा पाएंगी। अगर कंपनी ऐसा करती हैं तो यूजर को निराशा होगी लेकिन वोडाफोन आडिया के निवेशकों को जरूर राहत मिलेगी।
मुंद्रा को उम्मीद है कि अगले 7 से 8 हफ्ते में कंपनी बकाया AGR जुटाने के लिए फंड का इंतजाम कर लेगी। वोडाफोन आइडिया पर फिलहाल करीब 70,300 करोड़ रुपये का AGR बकाया है।
अब सबसे जरूरी बात ये है कि वोडाफोन आइडिया के शेयरों पर ब्रोकरेज फर्मों को कितना भरोसा है।
विदेशी ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने वोडाफोन आइडिया के शेयरों की रेटिंग बढ़ा दी है। यह रेटिंग ऐसे समय में बढ़ाई गई है, जब वोडाफोन आइडिया के शेयरों को लेकर निवेशकों के मन में संदेह है। नोमुरा ने वोडाफोन आइडिया की रेटिंग को ‘न्यूट्रल’ से बढ़ाकर ‘Buy कर दिया है। लेकिन इसका टारगेट प्राइस पहले की तरह 15 रुपये पर ही बरकरार रखा है।
नोमुरा के अलावा ब्रोकरेज फर्म UBS ने भी वोडाफोन आइडिया के शेयर पर “buy” रेटिंग बरकरार रखी है और इसे 19 रुपये प्रति शेयर का टारगेट दिया है। UBS का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से अब AGR बकाया में कमी या उसे सरकार की ओर से माफ किए जाने की संभावना कम हो गई है। हालांकि कर्ज को इक्विटी में बदलने या चुकाने के लिए अतिरिक्त समय दिए जाने की संभावना अभी भी बनी हुई है, जैसा कि पहले भी किया जा चुका है। और अगर ऐसा होता है तो कंपनी आसानी से अपना कर्ज चुका लेगी।
अगर आप भी वोडाफोन आइडिया के शेयरों पर कुछ फैसला लेना चाहते हैं तो पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से जरूर बात करें।