फ्यूचर्स एंड ऑप्शन्स (Futures and Options) में निवेशकों ने पिछले 3 वित्त वर्ष (FY2022-FY2024) के दौरान 1.81 लाख रुपये का नुकसान झेला है। 1.13 करोड़ रिटेल निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ा है। सेबी की रिपोर्ट में ये बात सामने आई है। सोमवार को यह रिपोर्ट जारी की गई। बता दें, 10 में से 9 ट्रेडर्स नुकसान में हैं।
क्या है सेबी ने
सेबी की स्टडी के अनुसार, “इंडिविजुल कैटगरी में औसतन एक व्यक्ति को 1.60 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं, नुकसान उठाने वाले लोगों की कैटगरी में औसतन एक ट्रेडर ने 2 लाख रुपये का गंवाए हैं। वहीं, मुनाफा कमाने वाले लोगों की कैटगरी में औसतन एक व्यक्ति 3 लाख रुपये का फायदा हुआ है।”
28 लाख रुपये तक का व्यक्तिगत नुकसान
इकनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार बीते 3 वित्त वर्ष में 93 प्रतिशत (1 करोड़ से अधिक) रिटेल निवेशकों को औसतन 2 लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। घाटे में रहने वाले टॉप 3.5 प्रतिशत ट्रेडर्स में 4 लाख लोगों को औसतन 28 लाख रुपये का नुकसान महज 3 साल में हुआ है। इसमें ट्रांजैक्शन खर्च भी शामिल है। बता दें, सेबी की रिपोर्ट के अनुसार महज 7.2 प्रतिशत F&O ट्रेडर्स ने पिछले 3 साल के दौरान प्रॉफिट कमाया है।
सेबी की स्टडी की रिपोर्ट के अनुसार मात्र एक प्रतिशत ट्रेडर्स 1 लाख रुपये से अधिक का प्रॉफिट कमाने में सफल हुए हैं। सेबी की यह रिपोर्ट 15 टॉप ब्रोकर्स की पर आधारित है।
F&O ट्रेडर्स में तेज इजाफा
वित्त वर्ष 2022 में 42.20 लाख लोग ऑप्शन ट्रेडिंग करते थे। जोकि वित्त वर्ष 2024 तक संख्या 85.70 लाख पहुंच गई। वित्त वर्ष 2024 में 91 प्रतिशत पुरुष ट्रेडर्स को ऑप्शन ट्रेडिंग में नुकसान उठाना पड़ा है। जबकि इसी दौरान 86.30 प्रतिशत महिला ट्रेडर्स को नुकसान हुआ है। महिला ट्रेडर्स कैटगरी में औसतन एक ट्रेडर ने 75,973 रुपये का नुकसान उठाया है। जबकि पुरुष कैटगरी में औसतन एक ट्रेडर को 88,804 रुपये का नुकसान हुआ है।
5 लाख रुपये से कम की है सालाना आय
सेबी की इस स्टडी के अनुसार इंडिविजुअल कैटगरी में 75 प्रतिशत ट्रेडर्स ने अपनी सालाना आय 5 लाख रुपये से कम की बताई है। घाटा होने के बाद भी 75 प्रतिशत से अधिक इंडिविजुअल्स F&O इसे जारी रखते हैं।