FMCG शेयर आज दबाव में नजर आए। इसकी एक वजह पाम आयल के भाव में तेजी भी रही। पाम में उछाल के क्या कारण है। इस पर सीएनबीसी-आवाज़ की सहयोगी मनीषा गुप्ता ने कहा कि देश मेंखाने के तेल के दाम बढ़ सकते हैं। इंडस्ट्री ने 1 लाख मीट्रिक टन पाम ऑयल की डिलीवरी रद्द कर दी है। ड्यूटी बढ़ने और दाम चढ़ने से पाम ऑयल का इंपोर्ट महंगा हुआ है। कई रिफाइनर्स ने पाम ऑयल की डिलीवरी कैंसिल की है। रिफाइनर्स ने अक्टूबर-दिसंबर की डिलीवरी कैंसिल की है। सरकार की ड्यूटी बढ़ने के बाद डिलीवरी कैंसिल की गई है। कीमतों में तेजी के कारण डिलीवरी कैंसिल की गई है।
पाम की कीमतों में तेजी
भारतीय रिफाइनर्स ने सोयाबीन का इंपोर्ट बढ़ा दिया है। हाल ही में क्रूड और रिफाइंड ऑयल की ड्यूटी 20 फीसदी बढ़ी है। पाम की कीमतों में आई तेजी की बात करें तो इंटरनेशनल मार्केट में इसका भाव 12 हफ्तों की ऊंचाई पर है। मलेशिया में इसकी कीमतें 4022 रिंग्गित तक पहुंच गई हैं। पाम ऑयल के दाम एक हफ्ते में 7 फीसदी चढ़े है। मजबूत मांग से पाम ऑयल की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है।
भारत में कितनी बढ़ी ड्यूटी?
भारत में पहले CPO पर कोई ड्यूटी नहीं थी। हाल ही में इस पर 20 फीसदी ड्यूटी लगा दी गई है। इसी तरह क्रूड सोयाबीन और क्रूड सनफ्लावर पर भी कोई ड्यूटी नही लगती थी। अब इन पर भी 20 फीसदी ड्यूटी लगाई गई है। पहले RBD पामोलीन पर 12.5 फीसदी ड्यूटी लगती थी। अब इसको बढ़ा कर 32.5 फीसदी कर दिया गया है। रिफाइंड सोयाबीन और रिफाइंड सनफ्लावर पर पहले 12.5 फीसदी ड्यूटी लगती थी। अब इसको बढ़ा कर 32.5 फीसदी कर दिया गया है।
FMGC शेयर की चाल पर नजर डालें तो एचयूएल 78.00 रुपए यानी 2.58 फीसदी गिरकर 2950.55 रुपए पर बंद हुआ है। वहीं, नेस्ले 28.75 रुपए यानी 1.05 फीसदी गिरकर 2696.40 रुपए पर बंद हुआ है। वहीं, गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट 2.95 रुपए यानी 0.20 फीसदी की कमजोरी के साथ 1446.35 रुपए पर बंद हुआ है। जबकि डाबर 5.20 रुपए यानी 0.79 फीसदी टूटकर 655.85 रुपए पर बंद हुआ है।