SpiceJet Share Price: सस्ती हवाई सेवाएं मुहैया कराने वाली स्पाइसजेट के क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) को इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के शानदार रिस्पांस का आज शेयरों पर भी तगड़ा असर दिखा। विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने इस इश्यू के जरिए शेयर जारी कर 3 हजार करोड़ रुपए जुटा लिए हैं। इसके चलते शेयर रॉकेट बन गए और 10 फीसदी उछल गए। मुनाफावसूली के चलते भाव में थोड़ी नरमी आई लेकिन अब भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। फिलहाल BSE पर यह 6.38 फीसदी की बढ़त के साथ 70.38 रुपये पर है। इंट्रा-डे में यह 10.04 फीसदी उछलकर 72.80 रुपये के भाव पर पहुंच गया था। पिछले साल 26 अक्टूबर 2023 को यह एक साल के निचले स्तर 34 रुपये पर और इस महीने 16 सितंबर 2024 को यह एक साल के हाई 79.90 रुपये पर था।
SpiceJet QIP में किन निवेशकों ने लिया हिस्सा?
विमानन कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक ऑथम इनवेस्टमेंट एंड इंफ्रा लिमिटेड को 4,54,45,933 शेयर यानी इश्यू का 9.33 फीसदी शेयर जारी किया गया है। इसके बाद डिस्कवरी ग्लोबल अपॉर्च्यूनिटी (मॉरीशस) लिमिटेड को 4,05,84,416 शेयर (8.33 फीसदी), ट्रू कैपिटल (Troo Capital) को 3,24,67,532 शेयर (6.67 फीसदी), सोसायटी जनरल-ओडीआई को 2,93,98,652 शेयर (6.04 फीसदी) और गोल्डमैन सैक्स (सिंगापुर)-ओडीआई को 2,59,81,215 शेयर (5.33 फीसदी) जारी हुए हैं। क्यूआईपी के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल स्पाइसजेट देनदारियां निपटाने, रीस्ट्रक्चर लीज और अपने बेड़े को बढ़ाने में करेगी। बेड़े को बढ़ाने के लिए यह जो विमान बंद पड़े हैं, उन्हें वापस चलाएगी और नए विमान भी बेड़े में शामिल करेगी।
अगस्त में रिकॉर्ड निचले स्तर पर मार्केट में हिस्सेदारी
स्पाइसजेट की स्थिति इस समय काफी नाजुक चल रही है। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) के आंकड़ों के मुताबिक मार्केट में इसका दबदबा अगस्त में गिरकर 3.1 फीसदी के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया। इस साल की शुरुआत में यह आंकड़ी 5.6 फीसदी पर था। इसके अलावा कंपनी ने करीब 150 केबिन क्रू को बिना वेतन के अवकाश (LWP) दे दिया है और इसे दुबई से कई फ्लाइट रद्द करनी पड़ी।