Indus Towers Shares: इंडस टावर्स के शेयर आज 23 सितंबर को शुरुआती कारोबार में 6% तक उछल गए। यह तेजी इस खबर के बाद आई कि विदेशी ब्रोकरेज फर्म सिटी (Citi) ने इसे ‘Buy’ रेटिंग दी है। साथ ही इसके शेयरों के लिए 500 प्रति शेयर का टारगेट प्राइस तय किया है। Citi के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट की ओर से AGR याचिका खारिज किए जाने से वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) के कैश फ्लो पर तत्काल कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन निकट भविष्य में स्टॉक के सेंटिमेंट पर असर जरूर पड़ सकता है।
ब्रोकरेज ने कहा कि निवेशक इस कमजोरी को खरीदारी के मौके के रूप में देख सकते हैं, खासकर तब जब इंडस टावर्स का डिविडेंड यील्ड 6-7% के करीब है। हालांकि इसके साथ निवेशकों को कुछ अहम फैक्टर्स पर नजर रखना चाहिए। इसमें वोडाफोन आइडिया की फंड जुटने की प्रक्रिया, कंपनी के कैपिटल एक्सपेंडिंचर योजनाओं पर तरक्की और दूसरी तिमाही में वोडाफोन आइडिया की ओर से चुकाई जाने वाली पुरानी बकाया राशि आदि शामिल हैं।
BofA Securities ने भी ‘Buy’ रेटिंग दी
BofA सिक्योरिटीज ने भी इंडस टावर्स के शेयर को ‘Buy’ रेटिंग दी है, लेकिन इसने टारगेट प्राइस 490 रुपये से घटाकर 450 रुपये प्रति शेयर कर दिया। BofA के अनुसार, AGR याचिका पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला कंपनी पर अप्रत्यक्ष प्रभाव डाल सकता है, लेकिन इससे उसके टेनेंसी ग्रोथ पर कोई असर नहीं होगा। हालांकि, उन्होंने कंपनी के वैल्यूएशन में संभावित गिरावट की संभावना जताई है और कहा है कि निकट भविष्य में किसी बड़ी भुगतान या विशेष डिविडेंड की उम्मीद नहीं है।
ब्रोकरेज ने इंडस टावर्स के मौजूदा वैल्यूएशन को आकर्षक बताते हुए कहा कि कंपनी फिलहाल अपने वित्त वर्ष 2026 के अनुमानित EV/EBITDA के 6.9 गुना पर कारोबार कर रही है, जो इसके ग्लोबल समकक्षों के 12.6 गुना से काफी कम है।
Macquarie की ‘Underperform’ रेटिंग
विदेशी ब्रोकरेज फर्म मैक्वरी ने इंडस टावर्स के शेयर को ‘Underperform’ रेटिंग दी। ब्रोकरेज ने कहा कि कंपनी की कोर अर्निंग्स शायद अपने शिखर पर पहुंच चुकी है। ब्रोकरेज ने कहा कि वोडाफोन आइडिया, इंटस टावर्स के के प्रमुख किरायेदारों में से एक है और फिलहाल उसके फ्यूचर ग्रोथ की संभावनाओं को लेकर अनिश्चितता है।
सुबह 9:37 बजे के करीब, इंडस टावर्स के शेयर 5.7 फीसदी की तेजी के साथ 410.60 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। पिछले एक साल में इस स्टॉक में 120% की जोरदार तेजी आई है, जिससे इसके शेयरधारकों की पूंजी दोगुने से भी अधिक बढ़ गई। वहीं निफ्टी ने इस दौरान करीब 27 फीसदी का रिटर्न दिया है। सिर्फ इस साल अबतक कंपनी के शेयरों में करीब 102 फीसदी की तेजी आ चुकी है।