RCom share price: भारी कर्ज की वजह से अनिल अंबानी की कई शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियां दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही हैं। इसका असर लिस्टेड कंपनियों के शेयर पर भी पड़ा और यह बुरी तरह क्रैश हो गए हैं। इनमें से एक कंपनी टेलीकॉम इंडस्ट्री की रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) भी है। इस कंपनी के शेयर 17 साल में 700 रुपये से टूटकर 2 रुपये के स्तर पर आ गए हैं। अब एक बार फिर आरकॉम की चर्चा हो रही है।
चर्चा में होने की वजह
दरअसल, NCLAT ने रिलायंस कम्युनिकेशंस से बकाया का दावा करने वाली राज्य कर विभाग की याचिका को खारिज कर दिया है। कंपनी के खिलाफ बकाया का दावा दिवाला कार्यवाही शुरू होने के बाद किए गए आकलन पर आधारित था। NCLAT की दो सदस्यीय पीठ ने राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की मुंबई पीठ के आदेश को बरकरार रखा, जिसने राज्य कर विभाग के 6.10 करोड़ रुपये के दावे को खारिज कर दिया था।
क्या है मामला
आरकॉम के खिलाफ कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (सीआईआरपी) 22 जून, 2019 को शुरू की गई थी। इसके बाद राज्य कर विभाग ने दो दावे दायर किए थे। पहला दावा 24 जुलाई, 2019 को 94.97 लाख रुपये के लिए और दूसरा दावा 15 नवंबर, 2021 को 6.10 करोड़ रुपये के लिए था। दूसरा दावा 30 अगस्त, 2021 के मूल्यांकन आदेश पर आधारित था। एनसीएलटी ने पहला दावा स्वीकार कर लिया था, जिसे सीआईआरपी की शुरुआत से पहले पारित किया गया था। हालांकि, इसने दूसरे दावे को स्वीकार नहीं किया जो 2021 में पारित मूल्यांकन आदेश पर आधारित था।
आरकॉम का शेयर परफॉर्मेंस
रिलायंस कम्युनिकेशंस के शेयर की बात करें तो यह 2 रुपये के भाव पर है और इन दिनों ट्रेडिंग भी बंद है। बीते कुछ समय से बीएसई पर Trading Restricted का मैसेज दिख रहा है। शेयर ने पिछले साल दिसंबर में 2.49 रुपये के स्तर को टच किया था। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई भी है। मई 2024 में शेयर 1.47 रुपये पर था। यह शेयर के 52 हफ्ते का लो है।
अगर रिलायंस कम्युनिकेशंस के ऑल टाइम चार्ट को देखें तो यह शेयर साल 2007 में 700 रुपये के स्तर पर पहुंच गया था। बता दें कि इस कंपनी के प्रमोटर अनिल अंबानी रहे हैं। अनिल अंबानी फैमिली की अब 0.36 फीसदी हिस्सेदारी रह गई है।