Metal Stocks: निफ्टी का मेटल इंडेक्स निफ्टी मेटल एक कारोबारी दिन पहले यानी 19 सितंबर को 0.64 फीसदी टूटकर बंद हुआ और इसके 15 में से 10 स्टॉक्स 3 फीसदी तक फीसदी कमजोर हुए। वहीं जो पांच स्टॉक्स मजबूत हुए उनमें 2 फीसदी तक की तेजी आई। पिछले तीन कारोबारी दिनों से यह लगातार फिसल रहा है और जुलाई से इसने मासिक स्तर पर निगेटिव रिटर्न दिया है। हालांकि वैश्विक ब्रोकरेज फर्म मैक्वायरी इस सेक्टर को लेकर काफी पॉजिटिव है। ब्रोकरेज के मुताबिक घरेलू स्तर पर मजबूत फंडामेंटल और इनपुट कॉस्ट यानी लागत में कमी से इस सेक्टर को सपोर्ट मिलेगा। ब्रोकरेज ने मेटल सेक्टर के कुछ स्टॉक्स का टारगेट प्राइस बढ़ा दिया है और कुछ की रेटिंग अपग्रेड की है।
ब्रोकरेज क्यों है पॉजिटिव?
मैक्वायरी के मुताबिक घरेलू स्तर पर बढ़ते भाव और इंपोर्ट पेरिटी, स्थिर लेवरेज और इनपुट कॉस्ट में गिरावट से स्टील कंपनियां फायदा उठाने की अच्छी स्थिति में हैं। हालांकि ब्रोकरेज का मानना है कि कमोडिटी के भाव 6-12 महीने में बढ़ सकते हैं। इसके अलावा एलुमिनियम को लेकर ब्रोकरेज का कहना है कि एलुमिना की मजबूत कीमतें और पैकेजिंग में बढ़ती मांग से हिंडाल्को जैसी एलुमिनियम कंपनियों को इसका फायदा मिलेगा।
Metal Stocks: इन शेयरों का बढ़ा टारगेट
ब्रोकरेज ने जेएसडब्ल्यू स्टील को अपग्रेड कर आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है और कोल इंडिया, जिंदल स्टील एंड पावर और टाटा स्टील का टारगेट प्राइस बढ़ा दिया है। जेएसडब्ल्यू स्टील की बात करें तो ब्रोकरेज ने इसकी रेटिंग को अपग्रेड कर आउटपरफॉर्म कर दिया और टारगेट प्राइस 884 रुपये से बढ़ाकर 1,077 रुपये कर दिया। हिंडाल्को का भी टारगेट प्राइस ब्रोकरेज ने 597 रुपये से बढ़ाकर 760 रुपये कर दिया है। जिंदल स्टील एंड पावर के शेयर का टारगेट प्राइस 1,070 रुपये से बढ़ाकर 1,170 रुपये और टाटा स्टील का टारगेट प्राइस भी 162 रुपये से बढ़ाकर 171 रुपये कर दिया गया है। ब्रोकरेज ने कॉस्ट कंट्रोल और वॉल्यूम ग्रोथ के चलते कोल इंडिया को आउटपरफॉर्म रेटिंग दिया है और टारगेट प्राइस 465 रुपये से बढ़ाकर 541 रुपये कर दिया है।
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