यूएस फेडरल रिजर्व (US Fed) ने बुधवार को ब्याज दरों में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती का ऐलान किया। इसे 5.25 – 5.5 फीसदी से घटाकर 4.75 – 5 फीसदी कर दिया गया है। आज 19 सितंबर को यूएस फेड के इस फैसले का असर भारतीय शेयर बाजार पर मिलाजुला रहा। इस समय BSE सेंसेक्स 0.22 फीसदी की बढ़त के साथ 83,114.60 के लेवल पर है। दूसरी ओर, निफ्टी 50 की बात करें तो यह 0.070 फीसदी की बढ़त के साथ 25,389.75 के लेवल पर पहुंच गया है। हालांकि, निफ्टी मिडकैप औ स्मॉल कैप इंडेक्स में आज 2 फीसदी से अधिक की गिरावट देखी गई।
एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज लिमिटेड के डायरेक्टर और CEO अजय गर्ग ने कहा, “ग्लोबल मार्केट से संकेत लेते हुए बाजार में तेजी देखी गई। फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में 50bps की कटौती करने और दरों में और गिरावट आने की संभावना के कारण अमेरिकी स्टॉक इंडेक्स फ्यूचर्स में तेजी आई। फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में आधे फीसदी की कटौती के फैसले के बीच एशियन मार्केट्स में तेजी रही। ब्याज दरों में कटौती के बीच अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर चिंताएं बढ़ने के बाद कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई।”
उन्होंने आगे कहा, “नवंबर में ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स 0.46 फीसदी गिरकर 73.31 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया, जबकि अक्टूबर के लिए WTI क्रूड फ्यूचर्स 0.59% गिरकर 70.49 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। प्रोविजनल आंकड़ों के अनुसार फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (FII)/फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स (FPI) ने 18 सितंबर 2024 को नेट 1153.69 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स ने नेट 152.31 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
गर्ग ने कहा कि कॉमर्स डिपार्टमेंट द्वारा जारी एक रिपोर्ट में अगस्त के महीने में अमेरिका में नए रेसिडेंशियल कंस्ट्रक्शन में पर्याप्त उछाल दिखाया गया है। कॉमर्स डिपार्टमेंट ने कहा कि जुलाई में 3.9 फीसदी की गिरावट के साथ 1.237 मिलियन की रिवाइज्ड रेट पर आने के बाद अगस्त में आवास निर्माण में 9.6 फीसदी की वृद्धि हुई और यह 1.356 मिलियन की वार्षिक दर पर पहुंच गया। उन्होंने कहा, “फेड द्वारा ब्याज दरों में बड़ी कटौती से अर्थव्यवस्था में मंदी को लेकर कुछ चिंताएं पैदा हो गई हैं। लेकिन फेड के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने इन चिंताओं को दूर करते हुए कहा कि उन्हें आर्थिक मंदी का कोई बड़ा जोखिम नजर नहीं आ रहा है।”
यूएस फेड ने 2020 के बाद चार साल में पहली बार ब्याज दरें घटाई है। यह कटौती अमेरिका में जॉब मार्केट को लेकर चिंताओं और नवंबर 2024 में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों से पहले की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, पॉलिसी मेकर्स को उम्मीद है कि 2024 के अंत तक फेड के बेंचमार्क में आधे फीसदी की और गिरावट आएगी, और 2025 में एक फीसदी की और गिरावट आएगी। इस कदम के बाद, एनालिस्ट्स को उम्मीद है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक अब अपनी ब्याज दरों में कटौती की दिशा में धीमी गति से आगे बढ़ेगा और 5 नवंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के नतीजे भी अहम होंगे।
एक्सपर्ट्स मानना है कि बुधवार को 50 बेसिस प्वाइंट की बड़ी कटौती अर्थव्यवस्था के मजबूत होने के बार-बार के दावे के विपरीत है। इस बीच, एशियाई बाजारों में अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दर में कटौती पर पॉजिटिव रिस्पॉन्स दिखा और गुरुवार को निक्केई 225, हैंग सेंग और शंघाई कंपोजिट में 2.5 फीसदी तक की वृद्धि हुई।