एसबीआई म्यूचुअल फंड ने निफ्टी 500 इंडेक्स फंड लॉन्च किया है। इसमें मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से एनएसई की टॉप 500 कंपनियां शामिल हैं। इस तरह इसमें लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स शामिल हैं। इस तरह एसबीआई निफ्टी 500 इंडेक्स फंड निवेशकों को एक साथ छोटी, मध्यम और बड़ी कंपनियों के स्टॉक्स पर दांव लगाने का मौका देता है। सवाल है कि म्यूचुअल फंडों में पहली बार निवेश करने वाले इनवेस्टर को क्या इस फंड में निवेश करना चाहिए?
SBI Nifty 500 Index Fund मार्केट में उपलब्ध ऐसा अकेला फंड नहीं है। मोतीलाल ओसवाल ने पांच साल पहले इस थीम पर पहला फंड लॉन्च किया था। इसका नाम मोतीलाल ओसवाल निफ्टी 500 इंडेक्स फंड है। एक्सिस म्यूचुअल फंड ने दो महीने पहले एक्सिस निफ्टी 500 इंडेक्स फंड लॉन्च किया था। दरअसल, निफ्टी 500 इंडेक्स में मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से करीब 92 फीसदी सूचीबद्ध कंपनियां शामिल हैं। इनमें 21 सेक्टर की छोटी, मध्यम और बड़ी कंपनियों के स्टॉक्स हैं।
इस इंडेक्स में फाइनेंशियल सेक्टर का सबसे ज्यादा 27.60 फीसदी वेटेज है। इसके बाद 9.90 फीसदी वेटेज आईटी का है। ऑयल, गैस और कंज्यूमेबल्स फ्यूल का वेटेज 8.75 फीसदी है। उसके बाद ऑटो और एफएमसीजी सेक्टर का वेटेज है। इस इंडेक्स में वेटेज के मामले में HDFC Bank पहले पायदान पर है। इसका वेटेज 6.41 फीसदी है। दूसरे नंबर पर Reliance Industries है, जिसका वेटेज 5.31 फीसदी है। इसके बाद आईसीआीसीआई बैंक, इंफोसिस और आईटीसी का वेटेज है।
मोतीलाल ओसवाल निफ्टी 500 इंडेक्स फंड ने एक साल में 35.29 फीसदी, तीन साल में 16.73 फीसदी और पांच साल में 21.84 फीसदी रिटर्न दिया है। इस फंड का रिटर्न निफ्टी 100 टोटल रिटर्न इंडेक्स (TRI) और निफ्टी 50 टीआरई से ज्यादा है। इस स्कीम का 74.5 फीसदी एलोकेशन लार्जकैप स्टॉक्स में है। 16.6 फीसदी मिडकैप स्टॉक्स में है और 8.9 फीसदी स्मॉलकैप इंडेक्स में है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि नए निवेशकों के लिए व्यापक पोर्टफोलियो वाले इंडेक्स फंड में निवेश करना फायदेमंद है। इसकी वजह यह है कि गिरावट की स्थिति में ऐसे फंड में अपेक्षाकृत कम गिरावट आती है। Axion Financial Services के सीईओ दीपक छाबड़िया ने कहा कि बाजार में तेज गिरावट आने पर भी कुछ ऐसे सेक्टर और शेयर होते हैं, जो तन कर खड़े रहते हैं। ये गिरावट के असर को कम करने में मदद करते हैं।
एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि निफ्टी 500 इंडेक्स का पोर्टफोलियो काफी बड़ा है। लेकिन, लार्जकैप की हिस्सेदारी ज्यादा है। कुछ सेक्टर का वेटेज भी दूसरों से ज्यादा है। पैसिव फंड यानी इंडेक्स फंड में ज्यादातर अल्ट्रा हाई नेटवर्थ इनवेस्टर्स और फैमिली ऑफिसेज निवेश करते हैं। इसलिए निवेशक को निवेश के अपने लक्ष्य, रिस्क लेने की क्षमता आदि को देखने के बाद ही इस फंड में निवेश का फैसला लेना चाहिए।