मैक्स हेल्थकेयर का वित्तीय प्रदर्शन इस फाइनेंशियल ईयर में भी बेहतर रहने की उम्मीद है। इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू साल दर साल आधार पर 19 फीसदी बढ़कर 1,935 करोड़ रुपये रहा। यह लगातार 8वीं तिमाही है, जब कंपनी की रेवेन्यू ग्रोथ डबल डिजिट में रही है। इस दौरान ऑक्युपेंसी रेट करीब 75 फीसदी रहा, जो पिछले वित्त वर्ष के औसत ऑक्युपेंसी रेट के करीब बराबर है।
कई मानकों पर अच्छा प्रदर्शन
पहली तिमाही में Max Healthcare के एवरेज रेवेन्यू पर ऑक्युपायड बेड (ARPOB) में साल दर साल आधार पर 3 फीसदी इजाफा हुआ। इसके टैरिफ में वृद्धि सहित कुछ दूसरे कारण हैं। हेल्थकेयर कंपनियों में MAX Healthcare काफी मजबूत स्थिति में दिखती है। इसका एआरपीओबी और ऑक्युपेंसी रेट्स इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा है। यह Medanta, Fortis और Apollo जैसी दिग्गज हेल्थकेयर कंपनियों से ज्यादा है।
क्षमता बढ़ाने पर फोकस
कंपनी ने द्वारका, लखनऊ और नागपुर में हेल्थ सर्विसेज शुरू की है। नई यूनिट्स शुरू करने से कंपनी की इंक्रिमेंटल कॉस्ट बढ़ी है। कंपनी की एसेट-लाइट स्ट्रेटेजिक बिजनेस यूनिट्स (SBU) में भी लगातार इम्प्रूवमेंट देखने को मिला है। पहली तिमाही में Max Lab का रेवेन्यू 41 करोड़ और Max@Home का 49 करोड़ रुपये रहा। पीक ऑक्युपेंसी को देखते हुए कंपनी क्षमता बढ़ाने पर जोर दे रही है। यह विलय और अधिग्रहण के अलावा ब्राउनफील्ड और ग्रीनफील्ड एक्सपैंशन पर भी फोकस कर रही है। मैनजमेंट अगले चार से पांच साल में बेड की संख्या दोगुनी करना चाहता है।
कई हॉस्पिटल्स का अधिग्रहण
मैक्स हेल्थकेयर ने कई जगहों पर बेड की संख्या 2,600 बढ़ाने का प्लान बनाया है। इसने ग्रीनफील्ड डेवलपमेंट के लिए लखनऊ और गुरुग्राम में जमीन भी खरीदी है। FY24 में इसने लखनऊ में सहारा हाॉस्पिटल और नागपुर में एलेक्सिस हॉसिपटल का अधिग्रहण किया था। सहारा हॉस्पिटल की क्षमता 550 बेड और एलेक्सिस हॉस्पिटल की क्षमता 200 बेड की है। हाल में इसने नोएडा में Jaypee Healthcare के अधिग्रहण का ऐलान किया है। यह हॉस्पिटल 500 बेड का है। मैक्स इसमें 64 फीसदी हिस्सेदारी खरीद रही है।
क्या आपको निवेश करना चाहिए?
मैक्स हेल्थकेयर अगले दो साल में 1,300-1,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसका बड़ा हिस्सा ऑपरेटिंग कैश फ्लो से आएगा। कंपनी के पास सरप्लस कैश है, जिससे ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक विस्तार के लिए इस कर्ज लेने में दिक्कत नहीं आएगी। कई मानकों पर कंपनी का प्रदर्शन अच्छा है। कंपनी का ARBOP हाई बने रहने की संभावना है। मीडियम टर्म में रेवेन्यू ग्रोथ अच्छी बने रहने की उम्मीद है। हालांकि, FY26 में अनुमानित EV/EBITDA 33 गुना है, जो कुछ ज्यादा लगता है। इसलिए निवेशक इस स्टॉक में निवेश करने के लिए कीमत में गिरावट का इंतजार कर सकते हैं।