एक्सिस बैंक अब UPI पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर के मामले में यस बैंक से आगे निकल सकता है। फिलहाल यस बैंक देश का सबसे बड़ा UPI पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के आंकड़ों से मिले संकेतों के मुताबिक, सितंबर के आखिर तक ऐसा हो जाने का अनुमान है।
NPCI देश में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले रियल-टाइम पेमेंट सिस्टम यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) को ऑपरेट करता है। थर्ड पार्टी UPI ऐप्स (TRAP) को बैंकों के साथ पार्टनरशिप करने की जरूरत होती है, जो NPCI सर्वर के साथ जुड़ने के लिए पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर बनते हैं, ताकि उनके प्लेटफॉर्म पर UPI ट्रांजैक्शंस सुनिश्चित हो सके।
यस बैंक ने अगस्त 2024 में पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर बैंक के तौर पर 5.14 अरब ट्रांजैक्शंस किए, जबकि एक्सिस बैंक ने 5.13 अरब ट्रांजैक्शंस किए। दोनों बैंकों के बीच इन ट्रांजैक्शंस का गैप एक साल पहले 1.5 अरब था, जो अब घटकर 1.3 करोड़ हो गया। यस बैंक का फोनपे के साथ करीबी रिश्ता है और UPI पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर रैंकिंग में यह टॉप पर पहुंच गया। एक्सिस बैंक कई UPI के साथ काम करता है और यह गूगल पे (Google Pay), एमेजॉन पे, फ्लिपकार्ट UPI, नवी और क्रेड आदि UPI का मुख्य पार्टनर है। इस बारे में संपर्क किए जाने पर यस बैंक ने सवालों के जवाब नहीं दिए।
नई पार्टनरशिप का परिणाम
बैंकिंग सूत्रों के मुताबिक, पिछले कुछ साल में एक्सिस बैंक की शानदार बढ़ोतरी की तीन मुख्य वजहें हैं। पहला-बैंक ने देश सबसे बड़े UPI खिलाड़ी फोनपे के साथ काफी करीबी रिश्ता बना लिया है। यस बैंक में संकट शुरू होने के बाद फोनपे को कुछ दिनों के लिए UPI ट्रांजैक्शंस रोकने के लिए मजबूर होना पड़ा। ऐसे में NPCI ने सभी UPI ऐप्स को कई बैंकों पर अपनी निर्भरता कम करने और ज्यादातर कस्टमर्स के लिए मल्टीपल VPAs (वर्चुअल पेमेंट एड्रेस) बनाने को कहा।
एक सीनियर फिनटेक एग्जिक्यूटिव ने बताया, ‘ एक्सिस बैंक का डिजिटल DNA यस बैंक जैसा ही है, लिहाजा फोनपे ने जोखिम कम करने की अपनी रणनीति के तहत कई खातों को इस बैंक में शिफ्ट करने का फैसला किया।’
मार्जिन गेम?
पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर बैंक को हर ट्रांजैक्शन के लिए साइज के हिसाब से 5 पैसा से 50 पैसा की फीस मिलती है। कस्टमर के खाते वाला बैंक, पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर बैंक को यह फीस देता है। मिसाल के तौर पर अगर किसी कस्टमर का बैंक खाता SBI में है और UPI ऐप का पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर बैंकिंग पार्टनर यस बैंक है, तो SBI यह फीस यस बैंक को देता है। एक प्राइवेट बैंक के सीनियर बैंकर ने बताया, ‘एक्सिस बैंक ने शायद फोनपे को ज्यादा पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर फीस देने का फैसला किया है, लिहाजा वे नए कस्टमर्स को एक्सिस बैंक के साथ जोड़ रहे हैं। साथ ही, यस बैंक के मौजूदा कस्टमर्स को भी एक्सिस बैंक में शिफ्ट कर रहे हैं।’