Indus Tower Shares: इंडस टावर्स के शेयरों में गुरुवार 19 सितंबर को भारी गिरावट आई। कंपनी के शेयर 14% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। यह इसके शेयर में 4 जून के बाद आई सबसे बड़ी गिरावट है। बीएसई पर शेयर ने 384.80 रुपये के अपनी लोअर सर्किट सीमा को छू लिया। यह गिरावट इस खबर के बाद आई कि सुप्रीम कोर्ट ने एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) मामले में टेलीकॉम कंपनियों के खिलाफ फैसला सुनाया है। टेलीकॉम कंपनियों ने AGR बकाया के कैलकुलेशन में गलतियों का हवाला दिया था, लेकिन अदालत ने इसे नकारते हुए पुराने फैसले को बरकरार रखा।
टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया पर AGR बकाया की राशि करीब 70,300 करोड़ तक पहुंच गई है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद वोडाफोन आइडिया के कैश फ्लो पर गहरा पड़ सकता है, जिसका असर इंडस टावर्स पर भी देखने को मिल रहा है।
JPMorgan ने हाल ही में इंडस टावर्स की रेटिंग को ‘न्यूट्रल’ से बढ़ाकर ‘ओवरवेट’ कर दिया था और इसका टारगेट प्राइस 340 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया था। उनका मानना था कि वोडाफोन आइडिया के कैपिटल एक्सपेंडिचर और टॉवर टेनेंसीज में सुधार की उम्मीद है, जिससे कंपनी के रेवेन्यू और ऑपरेटिंग प्रॉफिट (EBITDA) में FY25-27 के दौरान दोहरे अंकों में बढ़ोतरी हो सकती है।
जेपी मॉर्गन ने कहा कि वोडाफोन आइडिया पिछले बकाये का भुगतान करने में भी सक्षम है और बकाया राशि अब घटकर 4,600 करोड़ रुपये रह गई है। बाकी बकाया राशि की वसूली का भरोसा अधिक है और इससे कम से कम वित्त वर्ष 2026 से नियमित डिविडेंड पेमेंट मिलने का रास्ता साफ होगा।
दूसरी ओर, Goldman Sachs ने इंडस टावर्स की रेटिंग को ‘न्यूट्रल’ से घटाकर ‘सेल’ कर दिया। उनका कहना था कि कंपनी के स्टॉक की रेटिंग “ओवरडन” है और स्टॉक में लगातार 8% से 10% EBITDA ग्रोथ की संभावना कम है। Goldman Sachs ने यह भी कहा कि अगर बाजार वोडाफोन आइडिया के AGR बकाया कम होने और कैपिटल एक्सपेंडिचर में बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहा है, तो यह फिलहाल जल्दबाजी होगी।
खबर लिखे जाने के समय, इंडस टावर्स के शेयर करीब 384.80 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहे थे। हालांकि इस गिरावट के बावजूद, इस साल अब तक इंडस टावर्स के शेयरों में 90% की बढ़त देखी गई है। स्टॉक अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर 460 रुपये से अब 16% नीचे है।