IT Stocks: आईटी शेयरों में आज 18 सितंबर को तगड़ी गिरावट देखने को मिली। लगभग सभी प्रमुख आईटी कंपनियों के शेयर लाल निशान में हैं। निफ्टी आईटी इंडेक्स आज करीब 3 फीसदी तक लुढ़क गया। यह गिरावट अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मीटिंग के नतीजों से पहले आई है। फेडरल रिजर्व आज देर शाम 17-18 सितंबर को चली अपनी बैठक के नतीजों का ऐलान करेगा। इसमें ब्याज दरों को लेकर भी फैसला किया जाएगा, जिसका असर आईटी शेयरों पर हो सकता है। ऐसे में निवेशकों ने सतर्कता बरतते हुए आईटी शेयरों में मुनाफावसूली की रणनीति अपनाई है।
निफ्टी IT इंडेक्स में शामिल सभी 10 शेयर आज 2 से 5 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। इंफोसिस, टीसीएस और टेक महिंद्रा ने इस गिरावट की अगुआई की। निफ्टी-50 के सभी आईटी शेयरों में भी 2 से 3 फीसदी की गिरावट देखी गई। इसमें विप्रो और LTIमाइंडट्री भी शामिल हैं।
एंजल वन के टेक्निकल और डेरिवेटिव एनालिस्ट, ओशो कृष्षण ने मनीकंट्रोल को बताया, “आईटी कंपनियों और पूरे बाजार के टेक्निकल और फंडामेंटल दोनों ही मानकों पर ऊंचे स्तरों को देखते हुए, मुनाफावसूली हो रही है। यह IT शेयरों के लिए करेक्शन का दौर नहीं है। यह सिर्फ ऊंचे स्तरों पर मुनाफावसूली है।” उन्होंने कहा, “कई शेयर अपने लाइफटाइम हाई के करीब थे
LTIमाइंडट्री, HCL टेक, टेक महिंद्रा, परसिस्टेंट सिस्टम्स, और एमफैसिस ने एक दिन पहले ही 17 सितंबर को अपना नया 52-वीक हाई छुआ था। यह तेजी मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के बावजूद हुई, जिसमें उसने आईटी शेयरों के ऊंचे वैल्यूएशन और पोजिशिंग को लेकर चिंता जताई थी।
मॉर्गन स्टेनली की मुख्य चिंताओं में इंफोसिस और टीसीएस का लगातार ऊंचा मूल्यांकन शामिल है, जो अभी भी कोविड के अपने शिखर से 10-11 प्रतिशत नीचे है, जबकि उस समय इनकी ग्रोथ रेट अधिक थी। निवेशक पहले से ही इस सेक्टर में भारी निवेश कर रहे हैं, और इसका हालिया तीन महीने का प्रदर्शन मजबूत रहा है। ब्रोकरेज ने कहा कि अमेरिका में मंदी जैसे संभावित ग्लोबल जोखिम अभी भी इस सेक्टर को प्रभावित कर सकते हैं।
अच्छी बात यह है कि ब्रोकरेज ने कहा कि ये शेयर अभी भी ‘बिकवाली का समय’ नहीं आया है, लेकिन इनका वैल्यूएशन सस्ता नहीं है।
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