Microsoft share Buyback: माइक्रोसॉफट ने अपने अब तक के सबसे बड़े शेयर बायबैक प्रोग्राम का ऐलान किया है। इसके तहत यह टेक दिग्गज ने 60 अरब डॉलर तक के बायबैक विकल्पों को मंजूरी दी है और यहां तक कि अपने तिमाही डिविडेंड में 10% की वृद्धि की भी घोषणा की है। कंपनी के बोर्ड ऑफ डाययरेक्टर्स ने हाल ही में हुई एक बैठक के दौरान इन उपायों को मंजूरी दी। माइक्रोसॉफ्ट ने यह भी खुलासा किया कि उसकी शेयरधारकों की वार्षिक बैठक 10 दिसंबर को होगी।
जुलाई में कंपनी ने कहा था कि वह इस वित्तीय वर्ष में AI इन्फ्रास्ट्रक्चर में अधिक निवेश करेगी। कंपनी ने 30 जून को समाप्त तिमाही के दौरान पूंजीगत व्यय में उल्लेखनीय वृद्धि की भी सूचना दी और कहा कि यह उछाल मुख्य रूप से AI से संबंधित खर्चों से प्रेरित था।
ये कंपनी के प्रदर्शन पर AI निवेश का प्रभाव
एआई में भारी निवेश के चलते निवेशक माइक्रोसॉफट और गूगल जैसी कंपनियों पर कड़ी नजर रख रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन कंपनियों पर अपने AI निवेश पर रिटर्न पाने का दबाव है। रिपोर्ट के अनुसार माइक्रोसॉफ्ट उन कुछ प्रमुख कंपनियों में से एक है, जो अपनी तिमाही आय में AI के योगदान का खुलासा करती है। यह पारदर्शिता कंपनी के प्रदर्शन पर AI निवेश के प्रभाव के बारे में जानकारी देती है।
पिछले महीने, Microsoft ने घोषणा की कि वह Azure क्लाउड-कंप्यूटिंग यूनिट के तहत सर्च और न्यूज एडवर्टाइजिंग रेवेन्यू को शामिल करेगी। मई में मजबूत तिमाही नतीजों के बाद एप्पल ने रिकॉर्ड $110 बिलियन शेयर बायबैक कार्यक्रम की भी घोषणा की। घोषणा के बाद Microsoft के शेयर की कीमत में बाज़ार के बाद की ट्रेडिंग में मामूली वृद्धि देखी गई। इस साल कंपनी के शेयर में लगभग 15% की वृद्धि हुई है। माइक्रोसॉफट ने यह भी कहा कि वह को-पायलट के चैट एप्लिकेशन के लिए पेज नामक एक नई सुविधा शुरू करेगा, जो सहकर्मियों को उनके द्वारा बनाए गए डेटा और AI सॉफ़्टवेयर द्वारा उत्पन्न सामग्री का उपयोग करके एक साथ काम करने की अनुमति देगा।