स्वतंत्र बाजार विश्लेषक अंबरीश बालिगा ने कहा कि निवेशकों को इस शेयर में कुछ समय तक निवेश बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने बजाज समूह का वास्तव में एक लंबे अरसे बाद आईपीओ देखा है। बजाज हाउसिंग लंबी अवधि का दांव है और निवेशक इसमें कुछ समय तक बने रह सकते हैं क्योंकि इस शेयर में सकारात्मक रफ्तार तब तक बनी रह सकती है जब तक कि बाजार में खरीदारी का मनोबल बना रहेगा।
हालांकि हेम सिक्योरिटीज की वरिष्ठ शोध विश्लेषक आस्था जैन का मानना है कि आईपीओ में शेयर पाने वाले निवेशक करीब 150 रुपये के भाव पर आंशिक मुनाफावसूली कर सकते हैं लेकिन कहा कि बाकी बचे शेयरों में निवेश बनाए रखने से यह लंबी अवधि में परिसंपत्ति सृजक के तौर पर उभर सकता है।
बीएचएफएल बजाज फाइनैंस की सहायक कंपनी है जो भारतीय बाजार में सबसे ज्यादा विविधता वाली एनबीएफसी में से एक है। पुणे मुख्यायल वाली बीएचएफएल आम लोगों और कंपनियों को घरों या वाणिज्यिक परिसंपत्ति की खरीद और दोबारा इसे दुरुस्त करने के लिए वित्त की पेशकश करती है।
साथ ही कंपनी कारोबार या व्यक्तिगत जरूरत के लिए संपत्ति के बदले कर्ज के साथ-साथ कारोबारी विस्तार के लिए कार्यशील पूंजी भी देती है। बीएचएफएल आवासीय या वाणिज्यिक संपत्तियों का निर्माण करने वाले डेवलपरों को भी वित्त मुहैया कराती है।
बीएचएफएल के 6,560 करोड़ रुपये के आईपीओ को निवेशकों से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी और कुल मिलाकर उसे 63.61 गुना आवेदन मिले थे।
यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनैंस कंपनी है जिसकी प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां 97,091 करोड़ रुपये है। साथ ही इसका सकल एनपीए काफी कम यानी 0.28 फीसदी और शुद्ध एनपीए 0.11 फीसदी है।