Swiggy IPO: फूड डिलीवर करने वाली कंपनी स्विगी लिमिटेड आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। सॉफ्टबैंक के निवेश वाली कंपनी पब्लिक इश्यू के लिए इस हफ्ते मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) के पास कागजात दाखिल कर सकती है। मामले से परिचित लोगों ने कहा कि इससे देश में शेयर सेल्स की मजबूत पाइपलाइन में इजाफा होगा। रिपोर्ट के मुताबिक स्विगी आईपीओ के जरिए 1 अरब डॉलर से अधिक का फंड जुटाने की कोशिश कर सकती है। सूत्रों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर यह जानकारी दी है।
Swiggy IPO के ऑफर साइज और टाइमिंग पर चल रही है चर्चा
सूत्रों ने बताया कि बेंगलुरु स्थित कंपनी आईपीओ दाखिल करने के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी से मंजूरी मिलने का इंतजार कर रही है। उन्होंने कहा कि ऑफर के साइज और समय जैसी चीजों पर अभी भी चर्चा चल रही है और इसमें बदलाव हो सकता है। हालांकि, इस मामले पर स्विगी से पूछे गए सवालों का स्टोरी लिखे जाने तक जवाब नहीं मिल पाया है।
स्विगी की शुरुआत साल 2014 में हुई है। वेबसाइट के अनुसार कंपनी की दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश में फूड डिलीवरी के लिए 150,000 से अधिक रेस्टोरेंट्स के साथ पार्टनरशिप है। इसका मुकाबला लिस्टेड कंपनी जोमैटो लिमिटेड, ई-कॉमर्स दिग्गज एमेजॉन डॉट कॉम इंक की इंडिया यूनिट और टाटा ग्रुप की बिगबास्केट जैसी कंपनियों के साथ है।
सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प के निवेश वाली कंपनी स्विगी देश की आर्थिक वृद्धि और वैश्विक निवेशकों की मांग का लाभ उठाने की कोशिश कर रही अन्य लोकल और इंटरनेशनल कंपनियों के नक्शेकदम पर चलेगी।
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार इस साल अब तक फर्स्ट टाइम शेयर सेल्स के माध्यम से लगभग 7.8 अरब डॉलर जुटाए गए हैं। आने वाले महीनों में और लिस्टिंग की उम्मीद है। मामले से परिचित लोगों ने कहा कि हुंडई मोटर कंपनी इस साल अपनी लोकल इंडियन यूनिट में शेयर बेचने की योजना बना रही है, जो भारत में अब तक की सबसे बड़ी लिस्टिंग में से एक हो सकती है। ब्लूमबर्ग न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार LG इलेक्ट्रॉनिक्स इंक ने अपने भारतीय बिजनेस की संभावित लिस्टिंग के लिए बैंकों को चुना है, जिससे 1.5 अरब डॉलर तक की राशि जुटाई जा सकती है।