Jefferies Model Portfolio: वैश्विक ब्रोकरेज फर्म जेफरीज का नियर टर्म में मार्केट पर सतर्क रुझान है। ब्रोकरेज ने यह रुझान घरेलू निवेश में उतार-चढ़ाव और सरकार की लोकप्रिय नीतियों को अपनाने की स्ट्रैटेजी के चलते अपनाया है। जेफरीज ने सतर्कता के इस रुझान के बीच अपने मॉडल पोर्टफोलियो में बदलाव किया है और दो नए शेयर जोड़े हैं। इसके अलावा प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक HDFC Bank का वेटेज बढ़ा दिया है। जेफरीज के मॉडल पोर्टफोलियो में जिन दो शेयरों की एंट्री हुई है, उसमें से एक तो फार्मा सेक्टर की एमक्योर फार्मा (Emcure Pharma) और दूसरी विमान कंपनी इंडिगो (IndiGo) है।
Jefferies Model Portfolio: कुछ शेयरों का घटाया वेटेज तो कुछ बाहर
जेफरीज का मानना है कि बैंकिंग स्टॉक्स ऐसे प्वाइंट पर हैं, जहां इनमें तेज हलचल दिख सकती है और इसी के चलते एचडीएफसी बैंक का दबदबा अपने मॉडल पोर्टफोलियो में बढ़ा दिया है। वहीं दूसरी तरफ रिलांयस इंडस्ट्रीज और अंबर का वेटेज कम कर दिया है। इसके अलावा एलएंडटी की जगह सीमेंस को रखा है लेकिन एलएंडटी की तुलना में सीमेंस का वेटेज कम है। सेक्टरवाइज बात करें तो जेफरीज ने इंडस्ट्रियल्स को न्यूट्रल, एनर्जी को अंडरवेट के साथ-साथ टेलीकॉम, ऑटो, स्टेपल्स और पावर को ओवरवेट रेटिंग दी है।
इन बातों से तय होगी मार्केट की चाल
जेफरीज की हाल ही में आई ग्रीड एंड फियर रिपोर्ट के मुताबिक मार्केट का ध्यान मौद्रिक नीति में बदलावों और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम पर रहेगा। ब्रोकरेज के मुताबिक नियर टर्म में जियोपॉलिटिल टेंशन ही मार्केट के लिए सबसे बड़ा रिस्क है। जेफरीज का कहना है कि नवंबर चुनाव से पहले के दो महीने मार्केट के लिए बहुत रिस्की हैं। अगर राष्ट्रपति पद के लिए दोनों कैंडिडेट के बीच पोल में कांटे की टक्कर दिखती है तो रिस्क और अधिक है। रुस-यूक्रेन के बीच की लड़ाई, मिडिल ईस्ट में बढ़ती अस्थिरता और अमेरिकी चुनावों से पहले बढ़ते तनाव से मार्केट प्रभावित हो सकता है।