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2008 की मंदी से काफी मिलते-जुलते हैं मौजूदा हालात, 2007 में 18 सितंबर को ही शुरू हुई थी ब्याज दरों में कटौती

अमेरिका में अगस्त 2024 की एंप्लॉयमेंट रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी लेबल मार्केट में अनुमान से ज्यादा सुस्ती रही। बॉन्ड यील्ड्स से संकेत मिल रहे हैं कि ट्रेडर्स मंदी के लिए तैयार हैं। यहां तक कि फेडरल रिजर्व का प्रोबेबिलिटी मॉडल अगले 12 महीनों में मंदी की 61.8 पर्सेंट संभावना बता रहा है, जो 1980 के दशक के बाद से सबसे ज्यादा है।

क्या हम 2025 में 2008 जैसी स्थिति हो सकती है? क्या बड़ा गुब्बारा फूटने वाला है? क्या बड़े बैंकिंग ग्रुप लीमैन ब्रदर्स के दिवालिया होने जैसी कोई और घटना देखने को मिल सकती है? दिसंबर 2007 में शुरू और 2009 में खत्म हुई इस मंदी से क्या सबक सीखे जा सकते हैं?

लोन की वजह से खराब हो गई थी अमेरिकी अर्थव्यवस्था की हालत

आसानी से उपलब्ध होने वाले लोन की वजह से अमेरिका में 2000 के शुरुआती दशक में हाउसिंग बूम देखने को मिला। लोन चुकाने में कमजोर लोगों को भी होम लोन मिलने लगा। सिस्टम में पैसा आने की वजह से वहां लगातार दो महीने इनफ्लेशन 5 पर्सेंट से ज्यादा हो गया। अमेरिका में इनफ्लेशन का हालिया ट्रेंड और खराब है।

2008 में एवरेज इनफ्लेशन 6.3%, 2022 में 8.73% से ज्यादा

हम जानते हैं कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा बुलबुला अमेरिकी हाउसिंग मार्केट में 21वीं सदी के शुरू में देखने को मिला। इसकी शुरुआत 2004 में हुई और 2007 में यह फूट गया। अभी यह बुलबुला किस स्तर पर है?

कइयों का मानना है कि अमेरिकी टेक स्टॉक्स अगला बुलबुला हो सकते हैं। पिछले दशक में कम ब्याज दरों पर मिले लोन की वजह से कैलिफोर्निया के इनोवेशन हब सिलकॉन वैली में टेक स्टार्टअप्स की बाढ़ आ गई है। इस वजह से टेस्ला उबर, एयरबीएनबी जैसी कई कंपनियां उभरक सामने आई हैं और डर है कि बॉरोइंग कॉस्ट बढ़ने और प्रॉफिट के मोर्चे पर चुनौती की वजह से ऐसी कई कंपनियां का वजूद खतरे में पड़ सकता है। हालांकि, hBits (एचबिट्स) के को-फाउंडर और CFO समीर भंडारी का मानना है कि टेक स्टॉक्स में सिर्फ ‘हेल्दी करेक्शन’ देखने को मिलेगा और कम ब्याज दरों से उन्हें मदद मिलेगी।

डेढ़ दशक पहले संकट से निपटने के लिए फेडरल रिजर्व ने क्या किया था?

फेडरल रिजर्व ने जून 2004 से जून 2006 के दौरान फेडरल फंडों में 4.25 पर्सेंट की बढ़ोतरी की थी। अप्रैल 2022 से जुलाई 2023 के दौरान ब्याज दरों में 5.50 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई। फेडरल रिजर्व ने काफी कम समय में ज्यादा आक्रामक तरीके से ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। ब्याज दरों में बढ़ोतरी की वजह से 2007 में हाउसिंग का बुलबुला फूटा था। बहरहाल, बाजार से जुड़े कई खिलाड़ियों को कुछ दिनों के बाद अमेरिका में ब्याज दरों में 0.50 पर्सेंट कटौती की उम्मीद है। दिलचस्प बात यह है कि फेडरल रिजर्व ने 2007 में भी 18 सितंबर को ही लंबे अर्से के बाद पहली बार ब्याज दरों में कटौती की शुरुआत की थी।

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