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कंपनियों ने IPO से 8 महीने में ₹62,000 करोड़ जुटाए: इस साल 5 IPO ने 100% से ज्यादा रिटर्न दिया, 15 का रिटर्न 50% से 90% के बीच

 

इस साल अब तक 57 इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO आए हैं। इस दौरान कंपनियों ने प्राइमरी मार्केट से टोटल 62,000 करोड़ रुपए फंड जुटाए। पिछले साल यानी 2023 में पूरे साल के दौरान टोटल 57 IPO आए और कंपनियों ने इनसे 49,400 करोड़ रुपए जुटाया था।

 

वहीं IPO के जरिए फंड रेज करने के मामले में अगस्त 2024 सबसे अच्छा महीना रहा है। इस दौरान टोटल 10 IPO सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन हुए और इससे कंपनियों ने 17,000 करोड़ रुपए का फंड जुटाया। सितंबर में अब तक (12 सितंबर) 7 IPO ओपन हुए और कंपनियों ने इससे टोटल 9,205 करोड़ रुपए जुटाए हैं।

15 IPO का रिटर्न 50% से 90% के बीच रहा इस साल लिस्टेड IPO में 5 ने अपने IPO प्राइस से 100% ज्यादा रिटर्न दिया है। जबकि 15 ऐसे IPO रहे जिनका रिटर्न 50% से 90% के बीच रहा। इस साल आए 57 में से केवल 7 ऐसे IPO रहें जिनका रिटर्न प्राइस से काफी कम रहा है। इसमें उन IPO को भी शामिल किया गया है, जिनका सब्सक्रिप्शन पूरा हो चूका है लेकिन उनकी लिस्टिंग बाकी है।

साल का सबसे बड़ा IPO बजाज हाउसिंग फाइनेंस बीड वैल्यू के हिसाब से इस साल का सबसे बड़ा IPO बजाज हाउसिंग फाइनेंस का रहा। इसके IPO को तीन लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की बोलियां मिलीं, जबकि टोटल सब्सक्रिप्शन 67 गुना रहा।

इसके बाद सबसे ज्यादा बीड वाले IPO ओला इलेक्ट्रिक और भारती हेक्साकॉम का रहा है। इससे पहले 2021 और 2022 में वैल्यू के हिसाब से दो बड़े IPO ओपन हुए। इसमें 18,000 करोड़ वैल्यू का पेटीएम का और 2022 में 21,008 करोड़ रुपए का IPO LIC का था।

इस साल 45 IPO ने शेयरधारकों को पॉजिटिव रिटर्न दिया है। इनमें से ज्योति CNC सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाला है, जिसके शेयर IPO प्राइस से तीन गुना से भी ज्यादा चढ़े हैं। हाल ही में लिस्टेड यूनिकॉमर्स और प्रीमियर एनर्जीज भी इस लिस्ट में शामिल हैं, क्योंकि लिस्ट होने के कुछ ही दिनों बाद इनमें मजबूत उछाल देखने को मिला।

अब तक नेगेटिव रिटर्न देने वाले कुछ IPO में कैपिटल स्मॉल फाइनेंस बैंक और पॉपुलर व्हीकल शामिल हैं। हालांकि, इनमें से किसी भी IPO में लिस्टिंग प्राइस से 50% या उससे ज्यादा की गिरावट नहीं आई है।

IPO क्या होता है?

जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।

 

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