टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा स्टील को ब्रिटेन सरकार से 50 करोड़ पाउंड की ग्रांट मिली है। यह ग्रांट पोर्ट टैलबोट में कंपनी के ग्रीन स्टील प्रोजेक्ट के लिए दी गई है। ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली इस डेवलपमेंट को पॉजिटिव मानती है। मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि ब्रिटिश सरकार के साथ लंबी बातचीत ने अनिश्चितता पैदा की, लेकिन प्रोजेक्ट को लेकर अतिरिक्त लागतों का नहीं होना इस सौदे को टाटा स्टील के फाइनेंशियल आउटलुक के लिए पॉजिटिव डेवलपमेंट बनाता है।
लेकिन ब्रोकरेज कंपनी की ब्रिटेन में रिस्ट्रक्चरिंग प्लान से प्रभावित कर्मचारियों के लिए सपोर्ट की डिटेल्स के इंतजार में भी है। ब्रोकरेज ने टाटा स्टील के लिए 135 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ ‘अंडरवेट’ रेटिंग बरकरार रखी हुई है।
क्या है टाटा स्टील का रिस्ट्रक्चरिंग प्लान
रिस्ट्रक्चरिंग के हिस्से के रूप में टाटा स्टील ने रिसाइकिल किए गए स्टील को प्रोसेस करने के लिए अपने पोर्ट टैलबोट ब्लास्ट फर्नेस को इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस से रिप्लेस करने की योजना बनाई है। कंपनी ऐसा कार्बन उत्सर्जन को कम करने के मकसद से कर रही है। इस बदलाव से ब्रिटेन का इंडस्ट्रियल कार्बन उत्सर्जन 8 प्रतिशत और पोर्ट टैलबोट का 90 प्रतिशत तक कम हो जाएगा।
लेकिन इस बदलाव के चलते 2,800 नौकरियां खत्म हो जाएंगी, क्योंकि इलेक्ट्रिक फर्नेस के लिए कम श्रमिकों की जरूरत होती है। टाटा स्टील ने कहा है कि वह उससे अलग हो रहे कर्मचारियों को अपना अब तक का सबसे जेनरस सपोर्ट पैकेज देगी। इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस के 3 वर्षों के अंदर चालू होने की उम्मीद है।
मूडीज की रेटिंग
इस बीच मूडीज रेटिंग ने टाटा स्टील के लिए स्टेबल आउटलुक बरकरार रखा है। उसे उम्मीद है कि कंपनी अगले 2 वित्तीय वर्षों में अपनी आय में सुधार करेगी। यह भी उम्मीद जताई है कि टाटा स्टील का कंसोलिडेटेड EBITDA वित्त वर्ष 2025 में लगभग 29,000 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2026 में 38,000 करोड़ रुपये होगा। यह वित्त वर्ष 2023-24 में 24,100 करोड़ रुपये था।
पिछले 3 महीनों में, टाटा स्टील के शेयर में 18 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। 12 सितंबर के ट्रेड में शेयर में उछाल आने की उम्मीद है।