एल्केम लैबोरेटरीज लिमिटेड (Alkem Laboratories) के प्रमोटर सिंह फैमिली कंपनी में एक बड़ी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है। कंपनी इसके लिए प्राइवेट इक्विटी फर्मों से बातचीत कर रही है। इस मामले से परिचित सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ओनर्स कंपनी में कंट्रोलिंग स्टेक बेचने के लिए तैयार हो सकते हैं। इस बीच कंपनी के शेयरों में आज 12 सितंबर को करीब एक फीसदी की तेजी देखी गई। यह स्टॉक BSE पर 6333.70 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी का मार्केट कैप 75,728 करोड़ रुपये है।
KKR, ब्लैकस्टोन और EQT से चल रही है बातचीत
सूत्रों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि प्रमोटर भारत की पांचवीं सबसे बड़ी दवा निर्माता कंपनी में अपनी हिस्सेदारी के लिए खरीदारों की तलाश के लिए इनवेस्टमेंट बैंक नोमुरा के साथ काम कर रहे हैं। कंपनी और उसके बैंकर ने KKR, ब्लैकस्टोन और EQT जैसी प्राइवेट इक्विटी फर्मों से संपर्क किया है, ताकि लिस्टेड कंपनी में हिस्सेदारी, संभवतः कंट्रोलिंग स्टेक हासिल करने में उनकी दिलचस्पी का पता लगाया जा सके।
सूत्रों ने कहा कि कंट्रोलिंग स्टेक की बिक्री प्रमोटरों को मिलने वाले वैल्यूएशन पर निर्भर करेगी और अगर वैल्यूएशन आकर्षक ना हो, तो वे हिस्सेदारी बिक्री से पीछे हट सकते हैं। उन्होंने कहा कि परिवार के कुछ सदस्य कंपनी में अपना इनवेस्टमेंट बरकरार रख सकते हैं। एल्केम लैबोरेटरीज और ब्लैकस्टोन के प्रवक्ताओं को भेजे गए ईमेल का स्टोरी पब्लिश होने तक कोई जवाब नहीं मिला। वहीं, KKR और EQT ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
प्रमोटर्स के पास Alkem में 56.38 फीसदी हिस्सेदारी
1973 में संप्रदा सिंह और उनके भाई बासुदेव द्वारा स्थापित एल्केम का नेतृत्व अब फाउंडर के पोते, तीसरी पीढ़ी के फैमिली मेंबर संदीप सिंह कर रहे हैं। वर्तमान में प्रमोटर्स के पास एल्केम में 56.38 फीसदी हिस्सेदारी है, जिसकी कीमत बुधवार को एल्केम के बंद भाव के अनुसार लगभग 42,283 करोड़ रुपये है।
Alkem ने 5 साल में दिया 244% रिटर्न
पिछले एक महीने में एल्केम लैबोरेटरीज के शेयरों में करीब 11 फीसदी की तेजी आई है। पिछले 6 महीने में स्टॉक ने 25 फीसदी का रिटर्न दिया है। पिछले एक साल में इसके निवेशकों को 74 फीसदी का रिटर्न मिला है। वहीं, पिछले 5 साल में इसने 244 फीसदी का रिटर्न दिया है।
एल्केम का एंटी-इंफेक्टिव, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, पेन मैनेजमेंट ड्रग और सप्लीमेंट्स के क्षेत्र में दबदबा है। इसके पास डायबिटीज, न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, डर्मेटोलॉजी और यूरोलॉजी जैसी पुरानी बीमारियों के इलाज के लिए प्रोडक्ट्स का बढ़ता हुआ पोर्टफोलियो भी है।