Ola Electric Mobility Share: ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शेयर लिस्टिंग के बाद से लगातार फोकस में हैं। कंपनी के शेयर दलाल स्ट्रीट पर निवेशकों को खूब आकर्षित किया था, लेकिन हाल के दिनों में स्टॉक में लगातार गिरावट देखी जा रही है। अगस्त में फ्लैट लिस्टिंग के बाद स्टॉक शुरू में मल्टीबैगर में बदल गया था, लेकिन बाद में जमकर मुनाफावसूली हुई। खासकर एंकर इन्वेस्टर की लॉक-इन पीरियड के बाद शेयर और अधिक गिर गया। कंपनी के शेयर आज गुरुवार को इंट्रा डे में 2.3% चढ़ गए और 115.65 रुपये के हाई पर पहुंच गया। हालांकि, इसका बंद भाव 112.65 रुपये रहा।
76 रुपये पर हुआ था लिस्ट
ओला इलेक्ट्रिक के शेयर 9 अगस्त, 2024 को अपने इश्यू प्राइस 76 रुपये पर लिस्ट हुए थे। 20 अगस्त को स्टॉक 107 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 157.53 रुपये के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया था। हालांकि, उस शिखर के बाद से शेयर अब तक 28 प्रतिशत से अधिक गिर गया है।
क्या है टारगेट प्राइस
घरेलू ब्रोकरेज फर्म एंबिट ने 100 रुपये का टारगेट प्राइस तय करते हुए ‘सेल’ रेटिंग के साथ स्टॉक का कवरेज शुरू किया है। यह मौजूदा लेवल से 11.5 प्रतिशत की संभावित गिरावट का संकेत दे रहा है। फर्म ने बताया कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बाजार अभी भी अपने शुरुआती फेज में है और बढ़ती प्रतिस्पर्धा ओला इलेक्ट्रिक की बाजार हिस्सेदारी पर दबाव डाल सकती है।
ब्रोकरेज की राय
एंबिट ने कहा, ‘हमारा अनुमान है कि ई-मोटरसाइकिल लॉन्च के कारण ई-2डब्ल्यू (इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर) की पहुंच FY25YTD में 5.7 फीसदी से बढ़कर वित्त वर्ष 2029 तक 23.5 फीसदी हो जाएगी। इस बढ़ी हुई प्रतिस्पर्धा से ओला की बाजार हिस्सेदारी वित्त वर्ष 24 में 35 प्रतिशत से घटकर वित्त वर्ष 29 तक 27.5 प्रतिशत और वित्त वर्ष 31 तक 25 प्रतिशत रह जाएगी। ब्रोकरेज ने यह भी बताया कि ओला को महत्वपूर्ण प्रोत्साहनों से लाभ होता है, जिसमें कंपनी के लिए कुछ विशेष भी शामिल हैं। हालांकि, फर्म ने जोर देकर कहा कि इस प्रतिस्पर्धी बढ़त को बनाए रखने के लिए पर्याप्त पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) की आवश्यकता होगी।
कंपनी के तिमाही नतीजे
Ola Electric का वित्तीय प्रदर्शन भी चिंताओं को बढ़ाता है। कंपनी ने 30 जून, 2024 को समाप्त तिमाही के लिए ₹347 करोड़ का समेकित शुद्ध घाटा दर्ज किया। हालांकि, तिमाही के लिए ऑपरेटिंग से राजस्व सालाना आधार पर 32.3 प्रतिशत बढ़कर ₹1,644 करोड़ हो गया। कंपनी ने आलोच्य तिमाही में 205 करोड़ रुपये का एबिट्डा घाटा दर्ज किया।