Namo eWaste IPO Listing: इलेक्ट्रॉनिक सामानों को रिसाइकिल करने वाली कंपनी नमोईवेस्ट मैनेजमेंट (Namo eWaste Management) के शेयरों की आज NSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 225 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 85 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 161.50 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 90 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Namo eWaste Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह 169.55 रुपये (Namo eWaste Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 99.47 फीसदी मुनाफे में हैं।
Namo eWaste IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
नमो ईवेस्ट का ₹51.20 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 4-6 सितंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 225.64 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 151.75 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 394.20 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 195.54 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 60.24 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी सब्सिडियरी टेकइको वेस्ट मैनेजमेंट एलएलपी के कैपिटल एक्पेंडिचर, अपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Namo eWaste Management के बारे में
वर्ष 2014 में बनी नमो ईवेस्ट मैनेजमेंट ई-वेस्ट जैसे कि कबाड़ हो चुके एसी, फ्रिज, लैपटॉप फोन, वॉशिंग मशीन और पंखे इत्यादि को कलेक्ट करके रिसाईकिल करती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 1.81 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 2.42 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 6.83 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 49 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 101.08 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।