Tata Motors shares: टाटा मोटर्स लिमिटेड के शेयर आज बुधवार, 11 सितंबर को फोकस में हैं। कंपनी के शेयर में आज 4% से अधिक की गिरावट आई है और यह 990 रुपये के इंट्रा डे लो पर आ गए। शेयरों में इस गिरावट के पीछे एक बड़ी वजह है। दरअसल, ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म यूबीएस ने ₹825 प्रति शेयर के टारगेट प्राइस के साथ टाटा मोटर्स को ‘बेचने’ की सिफारिश की है। यह मंगलवार के बंद प्राइस 1035.45 रुपये 20% की संभावित गिरावट का संकेत दे रहा है। बता दें कि टाटा ग्रुप का यह स्टॉक अपने ₹1179 के रिकॉर्ड हाई से पहले ही 15% नीचे है। रिकॉर्ड हाई को इसने 30 जुलाई 2024 को छुआ था।
शेयरों में गिरावट की वजह
ब्रोकरेज फर्म इस शेयर पर सतर्क बनी हुई है क्योंकि उसका मानना है कि डिफेंडर, रेंज रोवर और रेंज रोवर स्पोर्ट-जेएलआर के प्रीमियम मॉडल-ने औसत बिक्री मूल्य (एएसपी) को अधिक बढ़ा दिया है, लेकिन इन मॉडलों की मजबूत डिमांड स्लो हो गई है। ऑर्डर बुक महामारी से पहले के स्तर से नीचे आ गई है और रेंज रोवर्स पर छूट जल्द ही बढ़ सकती है। ब्रोकरेज ने एक नोट में लिखा है, सवाल यह है कि क्या निवेशकों को जेएलआर छूट बढ़ने से चिंतित होना चाहिए?” जेएलआर के प्रीमियम मॉडलों की मजबूत बिक्री ने अब तक टाटा मोटर्स के औसत बिक्री मूल्य को बढ़ा दिया है और इसलिए मांग में कमी की चिंता इसके मार्जिन प्रदर्शन को प्रभावित कर सकती है।
10 सितंबर को ऑटोमेकर ने अपने ‘फेस्टिवल ऑफ कार्स’ कैंपेन के हिस्से के रूप में अपने इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) लाइनअप में महत्वपूर्ण कीमतों में कटौती शुरू की है। 31 अक्टूबर तक वैध सीमित समय की पेशकश का उद्देश्य ईवी को अधिक सुलभ बनाना और भारत में इसे अपनाना है। एक बयान में, टाटा मोटर्स ने कहा कि इस कदम से देश भर में इलेक्ट्रिक वाहनों को “मुख्यधारा” में लाने में मदद मिलेगी।
टाटा मोटर्स के शेयर
कंपनी के शेयर प्राइस हिस्ट्री देखें तो पिछले एक महीने में इसमें 10% की गिरावट दर्ज की गई है। इस साल YTD में अब यह शेयर 25% तक चढ़ा है और पिछले एक साल में इसमें 56% तक की तेजी आई है। पांच साल में टाटा के इस शेयर ने 660% तक का रिटर्न दिया है। इसका 52 वीक हाई प्राइस 1,179.05 रुपये और 52 वीक का लो प्राइस 608.45 रुपये है। कंपनी का मार्केट कैप 3,62,981.81 करोड़ रुपये है।